टोल फ्री नंबर कैसे ले | टोल फ्री फोन नंबर कैसे निकाले

हेलो दोस्तों, कैसे है आप सभी ? हमें आशा है आप और आपके परिवारजन स्वस्थ और खैरियत है | हम आपका स्वागत हमारे Hindi Top वेबसाइट पर तहे दिल से स्वागत करते है | आज हमारे पोस्ट में हम आपके लिए एक तेजस्ब जानकारी लाए है और हमे यकीन है आपको अवश्य इस आर्टिकल से अवश्य लाभ होगा | हमारे आर्टिकल में हम आपको टोल फ्री नंबर कैसे ले ( Toll Free Number kaise le ) और टोल फ्री फोन नंबर कैसे निकाले इस विषय पर पूरी जानकारी बताएंगे | आपने कई सारे कस्टमर या हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया होगा , और यह नंबर्स पर आप घंटो बात भी किये होंगे और आपका एक भी पैसा नहीं कटा होगा , तो ये नंबर्स आपको कोई चार्ज नहीं करती है | टोल फ्री नंबर का उपयोग ज्यादातर बिज़नेस करने वाली कंपनियां करती है | चलिए आपको हम सारांश से इस पोस्ट में टोल फ्री फोन नंबर कैसे और कहाँ से ले इसकी जानकारी बताएंगे |
टोल फ्री नंबर क्या है
टोल फ्री नंबर यानी फ्री सर्विस होता है जो बिज़नेस करने वाले उपयोग करते है | उदाहरण के तौर पर अमेजॉन टोल फ्री नंबर की बात करें तो अगर आप अमेज़न से कुछ खरीदते है और आपको अमेज़न के कोई भी सर्विस से शिकायत या जानकारी प्राप्त करनी हो तो आप अमेज़न की टोल फ्री नंबर पर संपर्क करते है , उस समय आपके कॉल से एक भी पैसा नहीं काटा जाता है क्यूंकि यह अमेज़न टोल फ्री नंबर अपने ग्राहकों को मुफ्त सर्विस देती है, इसलिए इसे टोल फ्री नंबर कहा गया है | यह टोल फ्री सर्विस कई सारी कम्पनिया अपने ग्राहकों को मुफ्त में देती है | अगर आप भी कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते है और अपने ग्राहको को फ्री कॉल सर्विस देना चाहते है तो आप कोई भी टेलिकॉम कंपनी जैसे बीएसएनएल, जिओ, वोडाफोन, ऐर्टेल कम्पनी से टोल फ्री नंबर खरीद सकते है |
टोल फ्री नंबर कैसे काम करता है
टोल फ्री नंबर जब आप कोई कंपनी से खरीदते है तो आपको क्लॉउडी टेलीफोन कंपनी सिस्टम प्रोवाइडर के साथ मिलती है | जब आपका क्लाइंट इस टोल फ्री फोन नंबर पर कॉल लगाता है तो यह कॉल सबसे पहले लोकल टेलीफोन कंपनी को जाता है या क्लाउड टेलीफोन सिस्टम प्रोवाइडर को जाता है |
क्लाउड सिस्टम सर्विस प्रोवाइडर कॉल से जुडी सभी जानकरियां रखती है जैसे कॉल कहा से आता है , कहा पर जाता है , और इसकी रिकॉर्डिंग और कॉल्स भी इस कंपनी के सिस्टम में SOMOS के जरिये इस सिस्टम में स्टोर हो जाती है | इस लोकल टेलीफोन कंपनी से फिर क्लाइंट का कॉल कस्टमर किसी एडवरटाइजमेंट या किसी बिजनेस कार्ड पर देखकर टोल-फ्री नंबर डायल करता है।सबसे पहले लोकल टेलीफोन कंपनी को जाता है या क्लाउड टेलीफोनी सिस्टम प्रोवाइडर को जाता है।
लोकल टेलीफोन कंपनी इससे जुड़ी जानकारियां SOMOS के जरिए प्राप्त करती हैं कि कॉल कहां जाना है। जब सारी डिटेल्स मिल जाती है तो इसे संबंधित कंपनी के पास ट्रांसफर कर दिया जाता है। एंड यूजर कॉल रिसीव करता है और फिर कस्टमर से बात करता है।
टोल फ्री नंबर कैसे पहचाने
टोल फ्री नंबर को काफी अच्छे से पहचाना जा सकता है, इन नंबर्स का प्रथम अंक एक सीरियल के तरह रखे जाते है – जैसे 1800, 1860, 800 | यह सीरियल नंबर द्वारा हमे आसान होता है कस्टमर केयर या हेल्पलाइन नंबर को डायल करना |
टोल फ्री नंबर कैसे प्राप्त करें
अगर आप अपने वर्तमान सिम कंपनी से टोल फ्री लेने की सोच रहे है तो आपकी कोई विशेष सिम नहीं लेना पड़ेगा, आप जैसी भी टेलीकॉम सर्विसेज जैसे जिओ, वोडाफोन, एयरटेल का सिम उपयोग कर रहे हो वही सिम पर आपको टोल फ्री एक्टिवेट करा दिया जाएगा | यह सर्विस के साथ आपको ऑनलाइन जाकर क्लाउड टेलीफोन प्रोवाइडर मे रजिस्टर करना होगा | बादमे आपको एक विशेष अंक दिए जाएंगे जैसे 1800 या 1860 , यह नंबर्स से आप अपने बिज़नेस के शुरुवात करने के लिए अपना खुद का टोल फ्री नंबर उपयोग में ला सकते है | जभी कोई भी क्लाइंट यानी ग्राहक आपको कॉल लगाएगा तो आपके साधारण सिम पर ही फ़ोन रिंग करेगा, जिसे आपको अपने क्लाइंट से जुड़े रहने के लिए आसानी होगी | यह क्लाउड टेलीफोन सिस्टम पूरी तरह कॉल डाइवर्ट पर आधारित है |
क्लाउड टेलीफोनी सिस्टम आवश्यक क्यों है
जैसा की हमने आपको बताया है की यह पूरी तरह कॉल डिवैर्टिंग पर आधारित है, यह सर्विस प्रोवाइडर आपको विशेष सर्विस देता है जिसमे आपको आईवीआर फैसिलिटी दी जाती है जिसके मदद से आपके क्लाइंट्स को वौइस् मैसेज सुनाया जाता है – उदाहरण के तौर पर “थैंक्स फॉर कालिंग एब्स कंपनी, थैंक्स फॉर रीचिंग अस, वि विल कॉल यू शॉर्टली”,”इंग्लिश में सुनने के लिए 1 दबाए, हिंदी में सुनने के लिए 2 दबाइये , शिकायत दर्ज कराने के लिए 3 दबाइये, सेल्स के लिए 4 दब्बइये हमारे कस्टमर केयर से बात करने के लिए 9 दब्बइये ऐसे सुविधाए आपको इन क्लाउड कंपनी द्वारा आपके नंबर पर कराई जाती है | यह सिस्टम मैपिंग के आधार पर आपको क्लाउड प्लेटफार्म पर सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाता है जिससे आपको यह IVR के जरिये विशेष डिपार्टमेंट में आपका कॉल जोड़ता है |
इस प्रक्रिया में आपका कॉल रिकॉर्ड किया जाता है जिसका अंदेशा आपको पहले ही टोल फ्री नंबर पर कॉल लगाते वक़्त दिया जाता है | यह वौइस् मैसेज इस प्रकार से सुनाया जाता है की “आपका कॉल गुणवत्ता और ट्रेनिंग पर्पस के लिए रिकॉर्ड किया जाएगा |
इस सर्विस में आपको कई सारे सुविधाए मिलती है जैसे की अगर आप मुंबई शहर से है तो आप अपने पास के लोकल एरिया के कस्टमर से कनेक्ट किये जाते हो , इसके अलावा आपके बिज़नेस के लिए आप अपने कस्टमर केयर सपोर्ट के लिए किसी भी लोकल एरिया में रहने वाले बन्दों का चुनाव कर सकते है जो आपकी बिज़नेस की जानकारी अपने क्लाइंट्स को दे सके , वो भी घर बैठे और इससे आपकी बिसिनेस्स को काफी बड़ा सपोर्ट भी मिल जाता है |
ऑनलाइन टोल फ्री नंबर कैसे ले
अगर आप सर्च करेंगे तो आपको हज़ारो कंपनियां मिलेंगी जहा आप को टोल फ्री सर्विसेज सुविधा मिलेगी | आप इनकी वेबसाइट्स पर जाकर अच्छे से इन कंपनियों का चैन कर लीजिये |हम आपको भारत में चर्चित कुछ प्रचलित कमपनिया बता रहे है – टाटा टेली सर्विसेज, कॉल happy.com, इन टेली सर्विसेज के वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर करवाना होगा और आपके उपर्युक्त प्लान्स चुनना होगा |
रजिस्टर करवाने के लिए किन चीज़ो की आवश्यक है
सबसे पहले आपके पास आईडी प्रूफ होना आवश्यक है जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, फिर आपका एक फोटो, ईमेल आईडी, आपका मोबाइल नंबर इत्यादि होने से आप इन वेबसाइट्स पर रजिस्टर करवा सकोगे |
क्या सामान्य टेलीफोन कम्पनिया भी टोल फ्री सर्विस देती है
सामान्य टेलीफोन कम्पनिया जैसे जिओ, वोडाफोन, एयरटेल से आप समान्य सिम खरीद सकते है लेकिन कस्टमर सपोर्ट क्लाउडिंग सर्विसेज इन टेलीफोन कम्पनिया में उपलब्ध नहीं है, आपको क्लोदिंग सेवाए अलग से लेनी पड़ेगी |
निष्कर्ष
हमे आशा है की आपको हमारी दी जानकारी टोल फ्री नंबर कैसे ले ( Toll Free Number kaise le ) से अवश्य लाभ हो | हम इसी तरह आपके लिए जानकार आर्टिकल्स और पोस्ट्स हमारे हिंदी टॉप वेबसाइट पर लाते रहेंगे | हमारे पोस्ट पर अंत तक रहने के लिए आप सभी का हम धन्यवाद् करते है |