सेंसेक्स क्या है ? | Sensex kya hai.

हेलो दोस्तों, क्या आपको सेंसेक्स के बारे में पता है ? अगर नहीं तो हम आपको सेंसेक्स की पूरी जानकारी इस आर्टिकल में आपको बताएंगे। अगर आपने शेयर मार्किट में प्रवेश करने का सोचा है तो आपको सेंसेक्स की जानकारी काफी अच्छी रखनी पड़ेगी क्यूंकि शेयर मार्किट पूरी तरह, सेंसेक्स और निफ्टी पर निर्भर होता है। आप अखबार ,न्यूज़ पोर्टल , टेलीविज़न अक्सर सेंसेक्स के गिराव चढ़ाव के बारे में पढ़ते है और शेयर्स की ट्रेडिंग के बारे में तो पड़ते ही होंगे। लेकिन फिर भी कई लोग सेंसेक्स और निफ्टी के बारे में पूरी तरह समझ नहीं पाते। चलिए हम सेंसेक्स, निफ़्टी के बारे में आज के आर्टिकल में सारांश से जानेंगे सेंसेक्स क्या है और इसके अलावा BSE ,NSE के बारे में भी हम आपको बताएंगे।
BSE क्या है ?
BSE का फुल फॉर्म बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज है। यह मुंबई के दलाल स्ट्रीट में स्थित प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है। साल 1875 में इसकी स्थापना मुंबई में की गई थी और यह एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है।
NSE क्या है ।
NSE का फुल फॉर्म नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है। साल 1972 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निर्माण हुआ।
सेंसेक्स क्या है ?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मार्किट है, जहाँ बड़ी बड़ी कंपनियों की शेयर्स की खरीदी और बिक्री होती है। जैसे ही इन कंपनियों का मार्किट वैल्यू बढ़ता है इनके शेयर वैल्यू बढ़ जाती है और इंवेस्टर्स को फायदा होता है। उसी प्रकार, मार्किट वैल्यू गिरने पर इन्वेस्टर्स को शेयर्स पर लगाए पैसे का नुक्सान भी उठाना पड़ता है। सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स वैल्यू है। सेंसेक्स शब्द सेंसिटिव और इंडेक्स को मिलाकर बना है। अगर सेंसेक्स की बात करे तो साल 1986 में इसका प्रतिबन्ध किया गया और तब से 13 विभिन्न क्षेत्रों की 30 कंपनियां के शेयर्स के उतार चढाव को दर्शाया जाता है न्यूज़ के माध्यम से। सेंसेक्स को फ्री प्लाट मेथड से हिसाब किया जाता है।
सेंसेक्स का कैलकुलेशन ?
सेंसेक्स में शामिल हुए 30 कम्पनियों का कुल मार्किट रेट निकला जाता है। प्रत्येक कंपनी की शेयर्स को गुना किया जाता है , इस तरह कंपनी के कुल शेयर्स की फ्री प्लाट फैक्टर का जो भी परसेंटेज बनता है जिसका ट्रेडिंग कर उसका हिसाब किया जाता है। उदहारण के तौर पर कहे तो अगर किसी कंपनी जैसे SONA नाम की कंपनी के पास 100 प्रतिशत शेयर्स है। उसमे से 50 % शेयर्स सरकार के पास है और बचे हुए 50 प्रतिशत शेयर्स ट्रेडिंग करने के लिए होगा। तो हम यह कह सकते है की SONA कंपनी का फ्री प्लाट फैक्टर 50 फीसदी है। इसी प्रकार प्रत्येक कमपनी का फ्री प्लाट फैक्टर निकाला जाता है। उस कंपनी के मार्किट कैपिटलाइजेशन को गुना करके कंपनी की फ्री प्लाट कैपिटलाइजेशन की गुना की जाती है। सेंसेक्स का आकलन इन 30कंपनियों जो फ्री प्लाट मार्किट कॅपिटलिस्टिव को जोड़कर उसे बेस वैल्यू से भागा करते है। सेंसेक्स के लिए बेस वैल्यू करीबन 2501.24 करोड़ रूपए तक किया गया है और बेस इंडेक्स की बात करें तो यह गणना 100 है।
सेंसेक्स किस तरह काम करता है ?
सेंसेक्स द्वारा आपको शेयर्स के उतार चढाव की जानकारी मिलती है। सेंसेक्स के अंतर्गत आने वाली 30 कंपनियों के मार्किट वैल्यू पर आँख गड़ाए बैठता है। अगर इन कंपनियों के मार्किट वैल्यू या शेयर्स बढ़ते है , तो सेंसेक्स भी बढ़ जाता है और इसका ग्राफ ऊपर बढ़ जाता है। उसी प्रकार अगर शेयर्स गिरते है तो सेंसेक्स का ग्राफ गिरने लगता है। क्या आपको बता है की यह शेयर्स किस तरह उतार चढ़ाव करती है। उदहारण के तौर पर अगर कोई कंपनी बड़ा प्रोजेक्ट लांच करती है तो कंपनी के शेयर्स की वैल्यू बढ़ जाएगी। लेकिन उसी प्रकार अगर कोई प्रोजेक्ट आपका असफल होता है तो क्लाइंट भविष्य के ऑर्डर्स कैंसिल कर देता है और इस वजह से आपको मार्किट में रहना काफी मुश्किल हो जाता है और शेयर वैल्यू में घटना शुरू होता है।
इन 30 कंपनियों का कैसे चुनाव किया जाता है ?
सेंसेक्स कमिटी में शामिल करने के लिए ३० कंपनियों का चुनाव इस प्रकार किया गया है
- उस कंपनी के शेयर कम से कम 1 साल या उस से अधिक समय से स्टॉक एक्सचेंज पर रहे।
- हर रोज़ शेयर मार्किट में कंपनी की स्टॉक खरीदी या बेचीं जानी चाहिए।
- इन कंपनियों को हर दिन की औसत ट्रेडिंग की संख्या और वैल्यू के हिसाब से 150 कंपनियों में अवश्य होनी चाहिए।
हमारे देश के टॉप 30 कम्पनिया कोन से है ? अपने बेहतर प्रदर्शन से इन कंपनियों ने अपनी जगह सेंसेक्स में बनाई है। सेंसेक्स में मौजूद यह 30 कंपनियों को साल 19886 में शामिल किया गया है। इन कंपनियों के शेयर की मांग स्टॉक मार्किट में हमेशा ही मजबूत बानी है। आज के दौर में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में अभी कुल 31 कंपनियां शामिल है जिनका शेयर और सेंसेक्स काफी मजबूत है:
- अडानी पोर्ट एंड स्पेशल इकनोमिक जोन लिमिटेड
- एशियन पेंट्स
- एक्सिस बैंक लिमिटेड
- बजाज ऑटो लिमिटेड
- भर्ती एयरटेल लिमिटेड
- सिप्ला
- कोल् इंडिया लिमिटेड
- डॉ। रेड्डीज़ लैबोरेट्रीज
- एचडीएफसी बैंक लिमिटेड
- हीरो मोटो कप लिमिटेड
- हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड
- हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कारपोरेशन लिमिटेड
- आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड
- आईटीसी
- इनफ़ोसिस लिमिटेड
- कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड
- लार्सन एंड टर्बो लिमिटेड
- लूपिन
- महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड
- मारुती सुजुकी इंडिया लिमिटेड
- एनटीपीसी लिमिटेड
- आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड
- पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड
- रेलाइन्स इंडस्ट्रीज
- स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया
- सुन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लिमिटेड
- टाटा मोटर्स
- टाटा मोटर्स -डिवीर आर्डिनरी
- टाटा स्टील लिमिटेड
- विप्रो लिमिटेड
सेंसेक्स के फायदे ?
अगर आप शेयर्स में इन्वेस्ट करना चाहते है या बड़े इन्वेस्टर बनना चाहते है तो आपको इन कंपनियों का सेंसेक्स और शेयर की जानकारी हमेशा रखनी पड़ेगी। दूसरा फायदा बताई तो अगर शेयर बाजार में चढाव होता है तो भारतीय कंपनियों में बाहर की कंपनियां निवेश करती है ,इन्वेस्ट भी करती है जिससे हमारा रूपया डॉलर के मुकाबले मजबूत भी होता है। हमारा सेंसेक्स हमारे देश की कैपिटल वैल्यू को न ही बढ़ता है लेकिन हमारे व्यापार को भी मजबूत बनता है। आज के समय में हमारे देश का इंडेक्स वैल्यू 30000 सेंसेक्स तक पहुंच गया है।
आप ने क्या सिखा
हमें आशा है की आपको हमारे आर्टिकल से काफी जानकारी हासिल हुआ हो। सेंसेक्स शेयर मार्किट की दुनिया में कदम रखने से पहले हमे इसकी पूरी जानकारी हासिल करना अनिवार्य है। शेयर मार्किट हमारे देश की आर्थिक स्थिति को विदेशी कंपनियों के मुकाबले हमे सूचित कराता है की हम भविष्य में किस प्रकार विक्सित हो सकते है। हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद्। आप के लिए हम इसी प्रकार नई जानकारिया लाते रहेंगे। हमारे से साथ HINDI TOP में इसी तरह बने रहिये।