रेडियो का आविष्कार किसने किया | Radio ka Avishkar kisne kiya

हेलो दोस्तों , हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है। आज हम रेडियो से जुडी जानकारी आपको बताएंगे। क्या आप को रेडियो का आविष्कार किसने किया था ? क्या रेडियो आज के युग में भी लोकप्रिय है। चलिए इस आर्टिकल में हम इस यन्त्र के बारे में सारांश में जानते है।
इस आधुनिक टेक्नोलॉजी जैसे कंप्यूटर , मोबाइल फ़ोन्स ,टेलीविज़न के आने से पहले रेडियो का ज़माना हुआ करता था। 18वि सदी और 19वि सदी में रेडियो का आविष्कार लोगो के लिए एक वरदान से कम नहीं था। सुबह सुबह अखबार जिस तरह लोगो को ख़बरों से परिचित करवाता उसी प्रकार लोग रेडियो में देश विदेश की खबरे, गाने सुनते थे और रेडियो के बिना लोगो का दिन नहीं गुजरता। अगर आज की बात करें तो रेडियो का उपयोग पहले की तरह नहीं है क्यूंकि नए नए टेक्नोलॉजीज ने पुराने अविष्कारों में धीरे धीरे गायब होते जा रहे है।
रेडियो का उपयोग आज भी कई जगहों जैसे कार, ऑफिसेस, स्टेशन, एयरपोर्ट्स में उपयोग किया जा रहा है। आज के दौर में रेडियो चैनल्स आ गए है जहाँ आपको मोबाइल फ़ोन, कंप्यूटर द्वारा रेडियो का इस्तेमाल कर सकते है । रेडियो में कई चैनल्स मौजूद है , जहां आप कोई भी चैनल्स में जाकर अपने मनपसंद गाने को सुन सकते है।
रेडियो क्या है
रेडियो एक ऐसा यन्त्र है जिसमे हम सन्देश एक जगह से भेजते है बिना तारों को इस्तेमाल किये देसरे जगह पर। आज अगर रेडियो का आविष्कार न होता तो आज की टेक्नोलॉजी हमे देखने नहीं मिल पाती। रेडियो मनुष्य के जीवन में पहला आविष्कारक यन्त्र है जहा देश विदेश में संचार करने का साधन बना। रेडियो में रेडियो तरंगों यानि सिग्नल्स द्वारा दूर देश में भी सिग्नल्स की ध्वनि भेजी जाती है और रेडियो का फ्रीक्वेंसी रेंज 30hz से 300Ghz के बीच में होता है।
रेडियो सिग्नल्स कैसे बनती है
रेडियो तरंगें यानि रेडियो सिग्नल्स विद्युत् धरा के प्रवाह से रेडियो आवृत्ति को परिवर्तन करने पर बनती है। यह धारा एक विशिस्ट साधन ऐन्टेना द्वारा प्रवाह करती है।
रेडियो का अविष्कार किसने किया
साल 1880 में गुल्येल्मो मार्कोनी ने रेडियो का आविष्कार किया लेकिन इस यन्त्र को बनाने में और दो व्यक्तियों का योगदान भी रहा। यह वैज्ञानिक रेगीनाल्ड फेस्सेन्डेन और विलियम दुबिलिएर नामक वैज्ञानिक थे।
जेम्स क्लार्क मैक्सवेल नामक वैज्ञानिक ने अपने प्रयोग के दौरान यह पाया की विद्युतचुम्बकीय तरंग यानि इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव को तार के बिना हम एक जगह से दूसरी जगह भेज सकते है, लेकिन यह लिखित ज्ञान को वो यन्त्र में बदलने में असफल रहे। बाद में इनके प्रयोग से प्रेरित होकर गुग्लिएल्मो मार्कोनी ने टेलीग्राफ का आविष्कार किया।
टेलीग्राफ के माध्यम से इन्होने रेडियो तरंगें यानि सिग्नल्स भेजी जो की संगीत की एक धुन थी। साल 1898 में इन्होने इस यन्त्र का पेटेंट हासिल किया। काफी कम उम्र यानी 20 वर्ष में ही मार्कोनी ने रेडियो का आविष्कार किया। रेगीनाल्ड फेस्सेन्डेन ने सबसे पहले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगो का इस्तेमाल करके पहला ऑडियो बनवाया था।
रेडियो के रोचक बाते
- 1864 में हेनरिच हर्ट्ज़ ने रेडियो फ्रीक्वेंसी को संचालित किया।
- 1906 में मार्कोनी द्वारा बनाई गई रेडियो तरंगो को पहली बार अटलांटिक महासागर के जहाजों के ऑफिसर्स को सुनाया गया।
- 1918 में रेडियो स्टेशन पहली बार न्यू यॉर्क शहर में बनवाया गया जिससे इललीगल करार किया गया और सरकार द्वारा बंद करा दिया।
- 1920 में क़ानूनी तौर पर फिर से स्थापित किया गया।
- 1919 में शहर सेन फ्रांसिस्को में दूसरा रेडियो स्टेशन बनवाया गया।
- रेडियो में एड्स यानि विज्ञापन का दौर साल 1923 में की गई और इसी से अमेरिका में पहली बीबीसी रेडियो चैनल लांच की गई।
- 13 Feb को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया गया है।
- दुनिया का सबसे पहले विज्ञापन साल 1923 में प्रसारित किया गया।
- भारत में पहला रेडियो का प्रसार कोलकत्ता में शुरू किया गया।
- साल 2001 में सबसे पहला प्राइवेट रेडियो स्टेशन का निर्माण हमारे देश में बैंगलोर में हुआ।
- रेडियो को पहले वायरलेस टेलीग्राफ कहा जाता था जो बादमे रेडियो नाम से प्रचलित हुआ।
- साल 1930 तक रेडियो का लाइसेंस लेना पड़ता था, और इसके लिए 10 रूपए भरना पड़ता था।
- आज भारत का लोकप्रिय चैनल 93.5 एफएम है।
रेडियो से जुडी कुछ FAQ
भारत में रेडियो की शुरुवात कब हुई
भारत में सबसे पहले रेडियो की स्थापना मद्रास रेजीडेंसी में साल 1924 में स्थापित किया गया था । उसके बाद साल 1924 में मुंबई में व्यापारियों द्वारा भारतीय प्रसार कंपनी में स्थापना की गई। फिर साल 1932 से साल 1936 के बीच में ब्रिटिश सरकार ने आल इंडिया रेडियो का अविष्कार किया। बादमे एयर इंडिया रेडियो का नाम आकाशवाणी पड़ा। हमारे देश में रेडियो से पहला समाचार बुलेटिन 19 Jan, 1936 में मुंबई में प्रचारित किया गया। वर्त्तमान में हमारे पास लगभग 3300 बुलेटिन प्रसारित है।
रेडियो का इस्तेमाल कहा पर होता है
रेडियो सिग्नल्स का इस्तेमाल सेल फ़ोन्स, टेलेविज़न ब्राडकास्टिंग ,वायरलेस कम्युनिकेशन यानि बिना तारों के संचार ,सॅटॅलाइट के संचार ,नेटवर्क के संचार में किया जाता है।
सबसे पहला रेडियो प्रसारण भारत में कब हुआ
वर्ष 1927 में मुंबई और कोलकत्ता के बिच में रेडियो प्रसारण की शुरुवात हुई। फिर साल 1936 में पुरे भारत में रेडियो का प्रसारण होने की शुरुवात हुई।
भारत में कुल कितने रेडियो स्टेशंस का निर्माण हुआ
भारत में कुल 223 रेडियो स्टेशंस की आकाशवाणी होती है।
रेडियो का आविष्कार किस वैज्ञानिक से शुरू हुई ?
रेडियो को बनाने की शुरुवात जेम्स क्लार्क मैक्सवेल से हुई।
सबसे पहला रेडियो स्टेशन कहा पर बना
सबसे पहला रेडियो स्टेशन न्यू यॉर्क शहर में बना।
ट्रांजिस्टर रेडियो का आविष्कार किसने किया
वर्ष 1948 में शौकले बरडीन और ब्रटेन ने ट्रांजिस्टर रेडियो बनाई।
ट्रांजिस्टर रेडियो किसने लांच की
ट्रांजिस्टर रेडियो का अविष्कार के बाद साल 1955 में सोनी कंपनी ने पहला कंपनी सेटअप किया।
आज के दौर में ऍफ़ एम् रेडियो का उपयोग कैसे करें
ऍफ़ एम् रेडियो की सुविधा आपको मोबाइल फ़ोन में ही मिलती है अगर आपके पास रेडियो बॉक्स नहीं है तो आप मोबाइल फ़ोन रेडियो एप को सर्च करिये और आप अपने पसंद अनुसार चैनल्स बदल लीजिये। मोबाइल में स्थित रेडियो शहर में ही रफ़्तार पकड़ती है क्यूंकि शहर में आपको सिग्नल काफी स्ट्रांग मिलेगा।
भारत में कितने ऍफ़ एम् रेडियो स्टेशंस है
भारत में लगभग 450 रेडियो स्टेशंस है जो भारत के 39% क्षेत्र और 32% आबादी इसका उपयोग करती है।
निष्कर्ष
आशा है आपको हमारे आर्टिकल से काफी जानकरी प्राप्त हुई हो रेडियो का आविष्कार किसने किया । हमारे साथ आगे भी जुड़े रहिये हम आपको इसी तरह नए आर्टिकल्स से परिचित करते रहेंगे। हमारे इस आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद्।