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प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण पूरी जानकारी हिंदी में

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नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है हमारी वेबसाइट Hindi top पर और आज हम बात करने जा रहे हैं महिलाओं के प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण के बारे में साथ ही आपको इस आर्टिकल से यह भी पता चल जाएगा कि कोई महिला प्रेग्नेंट हैं या नहीं, प्रेग्नेंसी जानने का सबसे अच्छा तरीका प्रेग्नेंसी किट है।

हालाँकि, आपका शरीर भी पहले से कुछ संकेत देना शुरू कर देता है। ऐसी कई बातें हैं जो आप नहीं जानते कि आप कब पहली बार मां बनने वाली हैं। ऐसे में लापरवाही करने से परेशानी भी बढ़ सकती है। पीरियड्स के लेट होने के कई कारण हो सकते हैं।

कई बार लोग इसे गंभीरता से भी नहीं लेते। हो सकता है कि आपने गर्भधारण कर लिया हो और देर से आना सामान्य समझी हो। ऐसे में दौड़ना, वजन उठाना या यात्रा करना आपको परेशानी का कारण बन सकता है इसलिए प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण को समझ लेना बेहतर होगा ताकि कोई गलती न हो।

प्रेग्नेंसी क्या है?

प्रेग्नेंसी उस अवस्था को कहते है जिसमें एक महिला के शरीर में भ्रूण का विकास होना शुरू हो जाता है या जब किसी महिला का पीरियड आना बंद हो जाता है, तो इस स्थिति को प्रेग्नेंसी कहा जाता है। दूसरे शब्दों में, जिस अवस्था में महिला प्रेग्नेंट होती है उसे प्रेग्नेंसी कहा जाता है

 प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण

  • चक्कर आना या जी मिचलाना – ये लक्षण सभी महिलाओं में नहीं देखे जाते हैं, लेकिन कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में चक्कर आना और जी मिचलाना शुरू हो जाता है।
  • उल्टी आना-  प्रेग्नेंसी में उल्टी का आना सबसे आम लक्षण है, लेकिन कई महिलाएं इसे गंभीर नहीं मानती हैं और इससे बचती हैं। दिन में कई बार उल्टी जैसा महसूस होना। यह अहसास पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान बना रहता है।
  • पीरियड का न आना – पीरियड का न आना यह भी संकेत देता है कि महिला प्रेंग्नेंट है। अगर उसका पीरियड हर महीने समय पर आता है और उसे लंबे समय तक माहवारी नहीं होती है, तो उसे प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाना चाहिए।
  • पेट फूलने की समस्या – प्रेग्नेंसी के लक्षणों में पेट फूलना भी देखने को मिलता है। यह हार्मोनल परिवर्तन के कारण भी होता है। इसके साथ ही डकार और गैस की समस्या भी होती है।
  • गंध में बदलाव – कुछ महिलाओं को स्वाद की चिंता होती है, तभी अचानक से उनका स्वाद बदलने लगता है। इसके साथ ही सूंघने की क्षमता में भी बदलाव आता है, खाने से कुछ चीजों में जलन होने लगती है।
  • मॉर्निंग सिकनेस – यह दिन में या रात में अधिक होता है। प्रेग्नेंट होने के एक महीने बाद मॉर्निंग सिकनेस शुरू हो जाती है। लेकिन कई महिलाओं को यह जल्दी हो जाती है।
  •  पाचनतंत्र का कमजोर होना – प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं का पाचन तंत्र कमजोर होता है। जिससे कब्ज की समस्या को उठाना पड़ सकता है। पाचन क्रिया धीमी होने के कारण गैस भी बनने लगती है।
  • शरीर में ऐंठन रहना – यदि वह प्रेग्नेंट है, तो उसे ऐंठन महसूस हो सकती है। ठीक वैसे ही जैसे पीरियड्स के दौरान ऐंठन होती है। प्रेग्नेंट महिला में वही ऐंठन होती है, जो उसके पेट और पीठ के निचले हिस्से में होती है।

प्रेग्नेंसी का शुरुआती महीना

यह आपको पता है कि गर्भाधान के अगले महीने के बाद ही वह प्रेग्नेंसी होती है। हालांकि शुरुआती लक्षणों का पता नहीं चलता है, लेकिन आपको इन लक्षणों को महसूस करना होगा। चलिए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं।

  • मूड स्विंग्स – प्रेग्नेंसी में कई महिलाओं को मूड स्विंग्स होता है। कभी-कभी वह मजाक करना शुरू कर देता हैं वहीं  गुस्सा या उदास महसूस होकर अचानक से कहीं बैठ जाता है।
  • पीठ में दर्द – इस समय गर्भाशय की परत निकल जाने के कारण गर्भाशय में खिंचाव होने लगता है। क्योंकि दर्द कमर और पेट में शुरू होता है।
  • अधिक सपने आना – पहले सप्ताह में गर्भावस्था के लक्षण हर दिन की तुलना में अधिक सपने होते हैं।
  • सिरदर्द रहना – कुछ महिलाओं को सिरदर्द होने लगता है। जैसे किसी को पीरियड का माइग्रेन है जो हार्मोन से संबंधित है।
  • मुंह के स्वाद में बदलाव –  प्रेग्नेंसी के शुरूआती लक्षणों में मुंह का स्वाद बदल जाता है और खाने में कड़वापन ही लगता है, इसलिए खट्टी चीजों का ही स्वाद अच्छा होता है।

प्रेग्नेंसी के लक्षण कितने दिनों में दिखाई देते हैं

गर्भाधान के 6 से 14 दिन बाद प्रेग्नेंसी के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन 6 से 14 दिनों में आपको अपने शरीर में बदलाव महसूस होने लगते हैं। जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि महिला प्रेंग्नेंट है। यदि वह ऊपर सूचीबद्ध सभी लक्षणों का अनुभव करती है, तो वह संभवतः गर्भवती है। लेकिन इसे सच मानने से पहले आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए, डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए और पहले प्रेग्नेंसी कंफर्म करनी चाहिए।

कैसे पता करें कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं

अगर आप यह जानने चाहते हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं, तो इस स्टॉप को जरूर फॉलो करें

  • सिरका – यह परीक्षण सिरके में मूत्र मिलाकर किया जाता है। यदि आप अपने मूत्र को सिरके के साथ मिलाने के बाद रंग में बदलाव देखते हैं, तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
  • कांच का ग्लास – अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो कांच का ग्लास में यूरिन डालने के बाद थोड़ी देर बाद एक सफेद परत दिखाई देगी. अगर ऐसा होता है, तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
  • ब्लीच का प्रयोग करें – एक कंटेनर में थोड़ा सा ब्लीच लें और उसमें यूरिन मिलाएं। इसके बाद अगर इसमें बुलबुले दिखाई दें तो यह आपकी प्रेग्नेंसी का संकेत हो सकता है।
  • साबुन का प्रयोग – यदि पेशाब में साबुन के साथ बुलबुले बनते हैं, तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
  • डेटॉल का टेस्ट – डेटॉल टेस्ट करने के लिए एक कांच के कंटेनर में बराबर मात्रा में यूरिन और डेटॉल मिलाएं। अगर डेटॉल और यूरिन घुल जाए तो आप प्रेग्नेंट नहीं हैं, लेकिन अगर यूरिन इकट्ठा होकर तैरने लगे तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।

 प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण

मूड स्विंग्स, सिरदर्द रहना, अधिक सपने आना, पीठ में दर्द, पाचनतंत्र का कमजोर होना

प्रेग्नेंसी के लक्षण कितने दिनों में दिखाई देते हैं

गर्भाधान के 6 से 14 दिन बाद प्रेग्नेंसी के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय

प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के लिए ब्लीच का प्रयोग करें, साबुन का प्रयोग, कांच का ग्लास या सिरका उपायोग कर सकते हैं

निष्कर्ष

दोस्तों आज के आर्टिकल में हमने आपको प्रेग्नेंसी क्या है, प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी दी है साथ ही कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में भी बताया है जिसके जरिए आप घर बैठे प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते हैं उम्मीद करते है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो अपने दोस्त, संगी संबंधी के साथ इस आर्टिकल को शेयर जरूर करें।


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Shivam Kumar

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