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JavaScript क्या है ? | JavaScript kya hai.

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हेलो दोस्तों, हमारे Hindi Top वेबसाइट पर आपका स्वागत है। हमारे आर्टिकल में हम आपको “JavaScript kya hai” इसकी जानकरी बताएंगे। वर्त्तमान काल में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज यानि कई सारे मशीन लैंग्वेज कुछ ही सालो में उभरकर आए है। इन लैंग्वेजेज ने टेक्नोलॉजी की दुनिया पूरी तरह बदल के रख दी है, आज की आधुनिक तकनीक में जो भी सिस्टम्स आप देख सकते है वो सब इन मशीन लैंगुएजेस का ही कमाल है। इन्ही मशीन लैंगुएजेस से प्रेरित होकर स्क्रिप्टेड लैंगुएजेस का निर्माण हुआ है , और आज हम JavaScript जैसी प्रचलित स्क्रिप्ट लैंग्वेज के बारे में जानेंगे, जो मशीन लैंग्वेज से भिन्न है क्यूंकि मशीन लैंग्वेज में भी Java नाम का एक लैंग्वेज है पर यह JavaScript लैंग्वेज से अलग है । JavaScript आज के इंटरनेट के ज़माने में काफी प्रचलित हुआ है। चलिए हम सारांश से आपको JavaScript लैंग्वेज के बारे में बताएंगे।

JavaScript क्या है ? ( JavaScript kya hai )

JavaScript लैंग्वेज एक स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है जो इंटरनेट में वेब ब्राउज़र यानि डायनामिक वेबसाइट बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता हे। कोड सर्वर में या यूज़र के ब्राउज़र में एक्सेक्यूट किया जाता है और वेब पेज को इंटरैक्टिव बनाया जाता है। दूसरी भाषा में JavaScript एक ऐसी पावरफुल लैंग्वेज है , जिसे HTML के साथ जोड़कर हम वेब पेज को काफी इंटरैक्टिव और आकर्षित बना सकते है।

JavaScript का आविष्कार किसने किया था ?

JavaScript का अविष्कार साल 1995 में ब्रेंडन इच नाम के एक प्रोग्रामर ने किया था। यह नेटस्केप कम्युनिकेशन नामक कंपनी के प्रोग्रामर थे। इस लैंग्वेज का प्रयोग ब्रेंडन काफी समय से कोशिश कर रहे थे। लेकिन जब यह लैंग्वेज तैयार हुई तब इसका उपयोग काफी सरल लगने लगा, किसी भी प्रोग्रामिंग करने के लिए ब्रेंडन को 10 दिन से भी कम समय लगा। पहले इस स्क्रिप्टेड लैंग्वेज का नाम मोचा रखा गया था, बाद में इसे बदलकर लाइवस्क्रीप्ट रखा गया और आखिरकार इसका नाम JavaScript लैंग्वेज रखा गया।

JavaScript का आविष्कार सबसे पहले कहा किया गया था ?

साल 1995 में javascripting लैंग्वेज का उपयोग नेटस्केप ब्राउज़र के वर्शन 2.0B3 में उपयोग किया गया था। बाद में इसका प्रयोग साल १९९८ में ECMAScript 2 और 3 को लॉन्च किया गया था जो की आज की आधुनिक JavaScript लैंग्वेज है।

साल 2003 तक नेटस्केप कम्यूनिकेटर जो NCSA का पहला ब्राउज़र था उस समय काफी पॉपुलर था, लेकिन बाद में जब माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने इंटरनेट एक्स्प्लोरर का निर्माण किया तब नेटस्केप कम्यूनिकेटर का उपयोग में गिरावट आ गई।

JavaScript का उपयोग कहाँ पर होता है ?

अगर आप वेब डिजाइनिंग बनाने में तेजस्बी रखते है, तो आपको JavaScript हेतु पूरी जानकारी होगी आप को पता होना चहिये कि JavaScript क्या है ? ( JavaScript kya hai ). आप अगर वेब डिसाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहते है या फिर जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको HTML, CSS के साथ JavaScript जरूर सीखना होगा क्यूंकि किसी भी वेबसाइट में वेब डिजाइनिंग के लिए जावास्क्रिप्ट आना काफी अत्यंत आवश्यक है।

JavaScript का उपयोग हम ज्यादातर वेब डिजाइनिंग, वेब एनिमेशन्स, वेब ऑटोमेशंस में इसका प्रयोग किया जाता है। वेब पेजेज को इंटरैक्टिव बनाने के लिए प्रोग्रामर्स और डेवेलपर्स इसका उपयोग करते है।

क्लाइंट साइड JavaScript क्या है ?

वेब इनपुट से जो भी स्क्रिप्ट यूजर के ब्राउज़र में रन होता है उसे क्लाइंट साइड JavaScript कहाँ जाता हैं। जब भी वेब पेज के लिए रिक्वेस्ट भेजा जाता है, तब सर्वर उस पेज के HTML के साथ JavaScript के कोड को मिलकर ब्राउज़र द्वारा भेज देता है, JavaScript की वजह से यूज़र अपने वेब पेज को संघटित कर पाता है

सर्वर साइड JavaScript क्या है ?

क्लाइंट साइड के विपरीत होता है सर्वर साइड जावास्क्रिप्ट। यह स्क्रिप्ट प्रोग्रामिंग यूज़र के विपरीत यानि ब्राउज़र पर नहीं बल्कि सर्वर पर रन होता है। यह सर्वर के डेटाबेस को एक्सेक्यूट करता है, किसी भी प्रोग्राम के एक्सेक्यूटिव होने क बाद इसका आउटपुट HTML में बदल जाता है, और यहाँ से क्लाइंट साइड JavaScript का प्रोसेस का शुरुवात होता है। उदाहरण के तौर पर PHP , ASP.net , JSP जैसे लैंगुएजेस सर्वर साइड JavaScript है।

HTML, CSS और JavaScript में क्या अंतर है ?

  • HTML – HTML के जरिये वेब पेज का स्ट्रक्चर बनाया जाता है, इस कोडिंग के उपयोग से वेब पेज का अविष्कार किया जाता है।
  • CSS – CSS का फुल फॉर्म होता है कैस्केडिंग स्टाइल शीट्स यानि इसके उपयोग से आप कोई भी वेबसाइट की डिसाइनिंग भाग को सुधार या बदलाव कर सकते हो।
  • JavaScript – JavaScript के उपयोग से आप वेब पेज को इंटरैक्टिव यानी आप इसे यूजर के लॉजिक से प्रोसेस कर सकते हो।

JavaScript के कुछ बेसिक फंक्शन्स कौन से है ?

  • JavaScript सिंटेक्स – इसका बेसिक फंक्शन होता है की प्रोग्रामर लैंग्वेज को प्रोसेस करने के बाद इसे यूजर द्वारा इन्टरप्रेट की जाएगी।
  • JavaScript वेरिएबल्स – इस फंक्शन का मैन उपयोग होता है की वेब में होने वाले वेरिएबल्स को प्रूफ किया जाता है , यानी कोडिंग की जाती है।
  • JavaScript ऑपरेटर्स – इस फंक्शन में चार प्रकार के ऑपरेटर्स का इस्तेमाल होता है – अरिथमेटिक ऑपरेटर्स , कम्पेरिज़न ऑपरेटर्स , असाइनमेंट ऑपरेटर्स और कंडीशनल ऑपरेटर्स।

JavaScript के कुछ टास्क प्रकरण ?

  • फॉर्म वेलिडेशन
  • पॉपअप विंडोज
  • ड्राप डाउन मेनू
  • इमेज स्लाइडर
  • एनीमेशन
  • ऑटोकम्प्लीट
  • ब्राउज़र डिटेक्शन
  • कूकीज।

JavaScript के फायदे ?

  • JavaScript काफी सरल और आसान है और इसे इम्प्लीमेंट करना भी काफी आसान होता है।
  • JavaScript की प्रोग्रामिंग को काफी तेज़ गति से इम्प्लीमेंट होती है और क्लाइंट साइड ब्राउज़र तुरंत ही रन हो जाती है।
  • JavaScript काफी आसानी से दूसरे लैंगुएजेस के साथ कम्पेटिबल हो जाती है , इसलिए वेब पेज में जावास्क्रिप्ट को काफी आसानी से वेब पेज पर वितरण किया जाता है।

एक वेब डेवलपर और प्रोग्रामर को कौन सी लैंगुएजेस आनी चाहिए

वेब डेवलपर को HTML , CSS और जावास्क्रिप्ट इन तीनो का ज्ञान होना आवश्यक है।

जावास्क्रिप्ट आप कहाँ से सीख सकते है

आपको अगर वेब डेवलपर बनना है तो आप यूट्यूब वीडियोस, udemi एप , या पेड इंटेर्नशिप्स आदि जैसे प्लेटफॉर्म्स में कोर्स कर सकते है।

निष्कर्ष

हमें आशा है आपको हमारी इस आर्टिकल JavaScript क्या है ? ( JavaScript kya hai ) काफी जानकारी मिली होगी। हमारे साथ अंत तक हमारे आर्टिकल से जुड़ने के लिए धन्यवाद्।


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sona arumugam

मेरा नाम सोना अरुमुगम है , पेशे से इंजीनियर👩‍💻 दिल से लेखक हुँ।❤✍ मेरे ब्लॉग सिर्फ शब्द नहीं हैं वो मेरे विचार हैं📖💫 मैं सुरत शहर से ताल्लुक रखती हूं ।

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