इंडिया न्यूज़ का मालिक कौन है ? और रजत शर्मा सबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

हेलो दोस्तों मैं आप को आज बताने वाली हूँ इंडिया न्यूज़ का मालिक कौन है ? इसकी स्थापना कब हुई कहाँ हुई इसके मालिक कौन है और भी इससे सबंधित महत्वपूर्ण जानकारी। उम्मीद है आप को हमारी ये लेख पसंद आएगी।
तो सबसे पहले हम जानते है इंडिया न्यूज़ के बारे में।
इंडिया न्यूज़
इंडिया न्यूज़ एक हिंदी टीवी चैनल है। यह एक समाचार चैनल है जहाँ से हमें देश भर की जानकारी मिलती है। यह चैनल नोएडा ( उत्तर प्रदेश ) से प्रकाशित किया जाता है। चैनल की शुरुआत 20 मई 2004 को वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा और उनकी पत्नी रितु धवन के द्वारा हुआ था। 1997 में रजत शर्मा और रितु धवन ने इंडिपेंडेंट न्यूज़ सर्विस (INS) की स्थापना की, जो की इंडिया टीवी की मूल कम्पनी है। उन्होंने अप्रिल 2004 में फ़िल्म सिटी नोएडा, इंडिया टीवी के एक स्टूडीओ में अपनी पत्नी के साथ इंडिया टीवी की सह-स्थापना की इसका प्रशासन केंद्र नोएडा (उत्तर प्रदेश) के सेक्टर 85 में है।इंडिया न्यूज़ चैनल देश की नम्बर 1चैनल है।
इंडिया न्यूज़ के मालिक कौन है?
आप को यह तो पता लग गया होगा की इंडिया न्यूज़ के मालिक रजत शर्मा जी है और अब जानते है उनके जीवन के बारे मे
रजत शर्मा का जन्म और परिवार
इंडिया न्यूज़ के मालिक रजत शर्मा है और वह मुख्य सम्पादक भी है। वह भारत के प्रमुख सम्पादक में से है। इनका जन्म 18 फ़रवरी 1957 में भारत के शहर दिल्ली में हुई है। वह अपने माता-पिता और 5 भाई और 1 बहन के साथ पुरानी दिल्ली में सब्ज़ी मंडी के पास एक छोटे से मकान में रहते थे जो कि 100 वर्ग़फ़ीत के आस-पास था। इस दौरान उन के घर में न तों बिजली का प्रबन्ध था और ना ही पानी का इस कारण हर दिन इनके और इनके परिवार के लिए परीक्षा से पूर्ण होता था।
रजत शर्मा की शिक्षा
- रजत शर्मा की शिक्षा पास के ही स्कूल सनातन धर्म मिडल स्कूल से शुरू हुई उन का बचपन ही इतनी ग़रीबी से बीती है जिन के वजह से उन्हें रेल्वे स्टेशन के लाइट में पढ़ाई करनी पड़ती थी।
- आगे चल कर उन्होंने क़रोल बाघ के रामजस स्कूल में दाख़िला लिया और वो स्कूल घर से पैदल ही जाया करते थे।
- जब कॉलेज की बारी आइ तो उनके पास उतने पैसे नहीं थे की वो कॉलेज में फ़ी दे सकते थे फिर उन के सीन्यर अरुण जेटली ने उन की मददत की और रजत ने बच्चों को पढ़ना शुरू किए और फिर इसी तरह रजत शर्मा ने श्री राम कॉलेज ओफ़ कामर्स से ग्रैजूएशन और पोस्ट ग्रैजूएशन किए और अपनी पढ़ाई पूरी की।
रजत शर्मा का करीयर
- कॉलेज ख़त्म होने के बाद वह जॉब की तलाश में लग गये तभी उनकी मुलाक़ात जर्नलिस्ट जनाधार से हुई जिन्होंने उसी समय आनंद बाज़ार पत्रिका छोरी थी और एक सिंडिकेट कॉलम लिखने की तैयारी कर रहे थे जनाधार ने रजत को रीसर्चर के तौर पे रख लिए और उन्होंने 400 रुपया हर महीने सैलरी के तौर पे देने लगे।
- तभी रजत ने जनाधार के रीसर्च किए हुए कुछ टॉपिक को इस्तेमाल करने के लिए इजाज़त माँगी और फिर उन्ही इन्फ़र्मेशन के ज़रिए आन्लुकर के लिए पहली स्टोरी लिखी और जिसके लिए उन्हें 300 रुपया मिली और उन का इंट्रेस्ट इस फ़ील्ड में और भी बढ़ गया फिर 1982 रजत ने आन्लुकर ही जोईन कर लिए जहाँ उन्हें एक ट्रेनिंग रिपोर्टर के तौर पर शामिल किया गया था उन के क़ाबिलियत के बदौलत 1984 में वो चीफ़ ओफ़ ब्यूरो का और 1985 में सम्पादक पद प्राप्त किया।
- 1992 में गुलशन ग्रोवर ने उन्हें जी के अध्यक्ष सुभाष चंद्र से मिलाया और उन्होंने अदालत की तरह इंटर्व्यू लेने का आदियाँ आया और उन्हें काम करने का मौक़ा दिया और उन्होंने अपनी काम बखूबी से किए।
- फिर उन्होंने 14 मार्च 1993 में लालू प्रसाद जी का इंटर्व्यूज़ लिए और ये शो इतना प्रसिध हुआ कि वो स्टार बन गए।
- और फिर आगे चल कर 2004 में उन्होंने खुद की न्यूज़ चैनल शुरू किए लेकिन शुरुआती दिन उन के लिए अच्छा नहीं रहा उन्हें अपनी प्रॉपर्टी बेच कर एमप्लोय को सैलरी देनी परी लेकिन अपनी स्ट्रैटेजी में बदलाव लाने के बाद इंडिया टीवी देश की बरी न्यूज़ चैनल में शामिल हों गयी।
आपकी अदालत से सम्बंधित अहम जानकारी
- आपकी अदालत’ की कल्पना रजत, डॉ सुभाष चंद्रा और गुलशन ग्रोवर ने मिल कर की थी, जिसमे रजत शर्मा वकील के रूप में इंटरव्यू देने वाले से सवाल करते हैं।
- वर्ष 1997 में इन्होंने अपनी वाइफ़ के साथ मिलकर अपना प्रोडक्शन हाउस ‘इंडिपेंडेंट न्यूज़ सर्विस’ (आईएनएस) की स्थापना की, जिसके ज़रिये ‘इंडिया न्यूज़’ लांच किया गया था।
- ‘आपकी अदालत’ में पहला इंटरव्यू लालू प्रसाद यादव का लिया गया, इसके बाद लेखक खुशवंत सिंह, टी एन शेषन, कपिल देव और भी कई लोगों का इंटरव्यू लिया गया. ये शो अब अपने पच्चीसवें वर्ष में क़दम रख चुका है, जिस दौरान इसमें लगभग एक हज़ार से अधिक जाने माने व्यक्तित्वों ने हिस्सा लिया है।
रजत शर्मा सम्बंधित दिलचस्प बातें
- रजत शर्मा ने जे.पी आन्दोलन में भी हिस्सा लिया और आंदोनलन के नेता जयप्रकाश नारायण से मुलाक़ात भी की. आपातकाल के दौरान इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और इन्हें इस दौरान 11 महीने तिहाड़ जेल में रखा गया.
- दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनाव में जिस समय विजय गोयल प्रेसिडेंट (अध्यक्ष) के रूप में चुने गये, उसी समय रजत शर्मा को जनरल सेक्रेट्री के रूप में चुना गया था.
- रजत शर्मा ने भारत का प्रथम प्राइवेट टेलीविजन न्यूज़ बुलेटिन का प्रसारण करके एक इतिहास कायम किया. सैटेलाइट के माध्यम से यह चैनल एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में प्रसारित हुआ.
अवार्ड
अपने पत्रकारिता के दौरान इन्होने बहुत सम्मान हासिल किये, औपचारिक तौर पर इन्हें 23 अगस्त 2014 को ‘तरुण क्रांति सम्मान’ से सम्मानित किया गया. वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा इन्हें ‘साहित्य और शिक्षा’ के क्षेत्र में ‘पद्म भूषण सम्मान’ से भी नवाजा गया.
निष्कर्ष
रजत शर्मा जी से हमें यह सीख मिलती है की अगर हौसला बुलंद हो तो कामयाबी दूर नहीं बस हमें उसके लिए मेहनत और क़ाबिलियत कि ज़रूरत है।