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गूगल क्या है | What is Google in Hindi

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गूगल एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में सारी दुनिया के लोग जानते हैं। आज जिसे भी कुछ भी जानकारी चहिए होती है तो वो सबसे पहले गूगल पर ही जाते है।1998 में शुरू होने के बाद यह सर्च इंजन जल्दी ही लोगों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गया।गूगल हर चीज में हमारी मदद करता है, इसलिए इसे गूगल बाबा भी कहते हैं।

एक आम धारणा है कि गूगल सब-कुछ जानता है।तो क्या आप भी गूगल के बारे में कुछ ऐसी बातें जानना चाहेंगे, तो चलिए जानते हैं –

गूगल क्या है ?( google kya hai )

गूगल असल में अमेरिका की एक बहुराष्ट्रीय (यानी बहुत से देशों में स्थित) सार्वजनिक (पब्लिक) कम्पनी है। जिसने इंटरनेट सर्च, क्लाउड कम्प्यूटिंग और जगह जगह होने वाले
विज्ञापन पर पूँजी लगायी है। यह कम्पनी इंटरनेट पर आधारित बहुत सी सेवाएं तो प्रदान करती ही है साथ ही ये उत्पादन बनाते विकसित करता है और इसी के माध्यम से व्यापार करती कमाती है। मुख्यतया अपने विज्ञापन कार्यक्रम ऐडवर्ड्स (AdWords) यानी दूसरों के विज्ञापन अपनी तरफ से चलवाती है और कमाती है।

गूगल का इतिहास और गूगल की खोज किसने की?

साल 4 सितंबर 1998 को गूगल की स्थापना हुई। इसकी खोज का श्रय सर्गे ब्रिन (Sergey Brin) और लैरी पेज (Larry Page) को जाता है। ये दोनों एक साथ स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफ़ोर्निया से कंप्यूटर में पीएचडी के छात्र थे। 1996 इन्होंने अपनी एक रिसर्च के दौरान सर्च इंजन बनाने का लक्ष्य बनाया। लैरी और सर्गे ब्रिन जो सर्च इंजन बनाया उसका नाम पहले बैकरब (Backrub) रखा था लेकिन बाद में जाकर उन्होंने उस सर्च इंजन का नाम गूगल रख दिया।

गूगल नाम कैसे चुना गया – Google Full Form in Hindi

गूगल के फाउंडर लेरी पेज ने जब गूगल की शुरुआत तो उन्होंने गूगल का नाम बैकरब से गोगोल रखा था। जिसकी स्पेलिंग GOOGOL थी। लेकिन एक छोटी सी गलती के कारण ये GOOGLE बन गया, लेकिन बाद में इस गलती को सही नहीं किया और इसका नाम गूगल ही रहने दिया गया।

गूगल के नाम का अर्थ, तो नहीं हैं लेकिन इसका नाम इस बात की तरफ इशारा करता है की लोग बड़े पैमाने पर कैसी भी और कोई भी जानकारी यहां से ढूंढ सकते हैं।

गूगल का पूरा नाम ग्लोबल ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ ओरिएंटेड ग्रुप लैंग्वेज ऑफ़ अर्थ (Global Organization of Orientated Group Language of Earth) है। गूगल शब्द एक गणितीय (कंप्यूटर की बाइनरी भाषा) शब्द से बना है।गूगोल का अर्थ होता है 100 शून्य के साथ 1 (एक)।ये सब एक कंप्यूटर की भाषा पर आधारित है जो आसानी से समझ नहीं आता।

गूगल का पर्सनल डोमेन 15 सितंबर 1997 में रजिस्टर्ड कराया गया था। इससे पहले ये स्टैनफौर्ड विश्वविद्यालय की वेबसाइट के अंतर्गत google.stanford.edu नाम से चलाया जाता था। जिसके बाद 4 सितम्बर 1998 में इसे एक निजी आयोजित कंपनी में बदल दिया गया।

गूगल का मालिक और सीईओ (CEO) कौन है?

साल 2004 में ब्रिन और पेज ने गूगल को पब्लिक कर दिया यानी सार्वजनिक कर दिया। ये समझ लीजिए की गूगल का कोई एक मालिक नहीं है बल्कि इसके कई सारे शेयरधार (शेयरहोल्डर) हो गए हैं। गूगल में शेयरधारकों (शेयरहोल्डिंग) समझने के लिए यह भी जानना बेहद जरूरी है कि साल 2015 में गूगल ने अपनी एक मूल कंपनी (पैरंट कंपनी) अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc) बनाई और अपने सारे प्रॉजेक्ट्स इसी के अंडर में ले आई। गूगल की मालिकाना हक (ओनरशिप) और उससे जुड़े फैसले अब अल्फाबेट (Alphabet) के स्ट्रक्चर के हिसाब से ही लिए जाने लगे।

सुंदर पिचाई जो की एक भारत वंशी है, वह अल्फाबेट कंपनी के सीईओ और उसकी सहायक कंपनी गूगल एलएलसी (लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी) के सीईओ हैं। गूगल ने अपनी कंपनी का नाम अल्फ़ाबेट में बदल दिया है। पिचाई 2015 में गूगल के सीईओ बने थे। दिसंबर, 2019 को वह अल्फाबेट के सीईओ बन गए।

किसके shares ज्यादा हैं?

इस कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर लैरी पेज के पास हैं। उन पर ज्यादातर जिम्मेदारियां 2015 में सुंदर पिचाई के सीईओ बनने के बाद आ गई। एक रिर्पोट की माने तो अक्टूबर 2018 तक 50.6 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ पेज अमेरिका के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे।

अल्फाबेट के प्रेजिडेंट सर्गे ब्रिन के पास 19.3 मिलियन क्लास C शेयर और 18,400 क्लास A शेयर हैं। उनकी कुल संपत्ति 49.9 बिलियन डॉलर है।

गूगल के CEO सुंदर पिचाई के पास 857 क्लास A शेयर, 8,844 क्लास A गूगल शेयर, 117,479 क्लास C कैपिटल शेयर और 85,415 क्लास C गूगल शेयर हैं।

एलएलसी (लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी) का मतलब होता है व्यवसाय उद्यम को लचीला यानी अच्छा स्वरूप देना है जिसमें साझेदारी और कॉरपोरेट संरचनाओं की देख रेख की जाती है।

गूगल किस देश की कंपनी है?

अक्सर लोग जानना चाहते है की गूगल किस देश की कंपनी है तो आपको बता दे की गूगल एक अमेरिकन कंपनी है। इसका हेडक्वाटर अमेरिका के केलिफोर्निया में स्थित है। बता दे वर्तमान में गूगल में 1 लाख से भी अधिक एम्प्लाइज काम कर रहे हैं। वहां यह कंपनी अल्फाबेट के नाम से जानी जाती है।

Google के कुछ और Products?

गूगल का मिशन स्टेटमेंट लोगों तक ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी पहुंचना है। सभी जानकारी को व्यवस्थित करके उसे उन सभी लोगों तक पहुंचाना जिसको इसकी जरूरत है और साथ उसके लिए फ़ायदेमंद भी हो, इसीलिए हर ‘ सर्च पर अलग-अलग तरह के स्रोतों पर जानकारी की मिलती है जो यूजर्स की खोज को आसान बनाता है।

गूगल के कुल 51 उत्पाद (प्रोडक्ट्स) और सर्विस है। जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं।

एंड्रॉयड (Android) स्मार्टफोन (Smartphones) के लिए सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला ओएस ऑपरेटिंग सिस्टम (operating system) हैं।

क्रोम ओएस (ChromeOS) लैपटॉप और पोर्टेबल कंप्यूटर के लिए गूगल द्वारा बनाया गया है।

जीमेल 1 जीबी (GB storage) के साथ फ्री ऑनली ईमेल सर्विस और बेस्ट स्पैम प्रोटेक्शन के साथ एंड्रॉयड के साथ उपलब्ध है।

गूगल एडसेंस (Google AdSense) एक ऐसी सर्विस जो वेबसाइट डेवलपर्स या ब्लॉग पब्लिशर को उनकी साइट पर विज्ञापन डालने तथा दिखने के लिए भुगतान करती है।

गूगल एडवर्ड्स (AdWords)सर्विस का इस्तेमाल करते हुए गूगल सर्च इंजन और वेबसाइटों पर विज्ञापन देने लिए यूजर्स को भुगतान करने में सहायता करती है।

यूट्यूब जो की एक वीडियो सर्विस है जो उपयोगकर्ता को स्वतंत्र रूप से विडियोज अपलोड करने की सुविधा प्रदान करता है और अब तो यूट्यूब शॉर्ट्स भी आगया है।

गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) तो आज हर एक एंड्रॉयड फोन में एक सर्विस के रूप में होती है, जो उपयोगकर्ता को एंड्रॉयड डिवाइस के ऐप्स, किताबें, मूवीज और म्यूजिक तक डाउनलोड करने की सुविधा देती है।

गूगल डॉस, गूगल अलर्ट्स (Google Alerts), गूगल मैप, गूगल इमेज, गूगल पे (google pay), ड्राइव, न्यूज, वीडियो, वाइस, गूगल कीबोर्ड, प्ले म्यूजिक और भी ऐसी ही सर्विस है।

GOOGLE का MISSION STATEMENT क्या है?

गूगल का मिशन स्टेटमेंट लोगों तक ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी पहुंचना है। सभी जानकारी को व्यवस्थित करके उसे उन सभी लोगों तक पहुंचाना जिसको इसकी जरूरत है और साथ उसके लिए फ़ायदेमंद भी हो, इसीलिए हर ‘ सर्च पर अलग-अलग तरह के स्रोतों पर जानकारी की मिलती है जो यूजर्स की खोज को आसान बनाता है।

वैश्विक स्तर पर गूगल तकरीबन 119 भाषाओं में वॉयस सर्च करने में सक्षम हैं।

Read More –  Digital Marketing Kya hai

गूगल अपनी कमाई कैसे करती है –Google Ads/Adwords Google Adsense

गूगल के विज्ञापन बिजनेस मॉडल में Advertisements AdWords, AdSense और Admob इन तीनों की सुविधा से अच्छा पैसा कमाता है।

Adwords वो प्लेटफार्म है जिसके माध्यम से कम्पनीज गूगल पर अपने प्रोडक्ट्स का विज्ञापन बनाती है यानि कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को सही ऑडियंस तक पहुंचाने के लिए गूगल एडवर्ड्स का इस्तेमाल करती है।

इस पर विज्ञापन बनने के बाद विज्ञापन कैंपेन को लांच करती है, तो गूगल उस कैंपेन के अनुसार विभिन्न प्रकार के सर्च क्वेरीज पर एड्स लगती है जो उपयोगकर्ता ज्यादा देखते हैं। जैसे अगर आप अभी गूगल पर कुछ सर्च करते है तो उससे आपको आर्टिकल्स तो मिलेंगे ही साथ उस पेज पर बहुत से विज्ञापन दिए होंगे।

इस प्रकार गूगल के सर्च पेज पर करोड़ों विज्ञापन दिखाई देते हैं, जिनसे गूगल को बहुत बड़ी कमाई होती है।

“गूगल सर्च इंजन पर आज करोड़ो वेबसाइट इंडेक्स है जो विभिन्न प्रकार की उपयोगी जानकारी गूगल पर शेयर करते है. गूगल पर ब्लॉग वेबसाइट को जोडकर कंटेंट पब्लिश कर पैसे भी कमा सकते है. आज Techshole.comजैसीवेबसाइट लाखों रुपए आसानी से कमा रही है.

निष्कर्ष ( Google Kya hai )

आप को पता लग गया होगा की google kya hai और अगर फिर भी आप को गूगल के बारे में और जानकारी लेनी है. तो हमारे Hindi Top Blogger Follow कर सकते हो. हम ऐसे आर्टिकल रोज लेकर आते रहते है.


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Yogesh Sharma

नमस्कार दोस्तों, में योगेश शर्मा, Hindi Top का Digital Marketing Author & Co-Founder हु. अगर में अपनी बात करता हु तो मेरे Digital Marketing में 2 साल का experience है. मेरे को Digital Marketing की New Update दखने में और दुसरो को सिखाने में बड़ा मजा आता है. आप Hindi Top के साथ बने रहो आप रोज नई-नई चीजो को सिख्नते रहोगे!

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