छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला और उसकी खासियत

नमस्कार दोस्तों हमारे वेबसाइट Hindi Top पर, दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला और उसकी खासियत के बारे में बताएंगे और साथ ही आपको वँहा से जुड़ी बहुत दी जानकारियां भी देंगे। आपने छत्तीसगढ़ का नाम तो सुना ही होगा लेकिन वंहा की कुछ रोचक बातें ऐसी भी हैं जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे। आज हम बात करने वाले छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े जिला के बारे में और आपको बताएंगे उस जगह से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में, तो रहिए हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक।
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला कौन सा है
सबसे पहले आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ भारत के दक्षिण दिशा में स्थित है जिसकी राजधानी रायपुर है। अगर जनसंख्या के लिहाज से बात करें तो रायपुर छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला है जिसका क्षेत्रफल 226 km² है यंहा की जनसंख्या 40 लाख 62 हज़ार 160 है, यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर है। अगर क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो सरगुजा जिला छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला है जो 39,114 वर्ग किलामीटर में फैला हुआ है।
सरगुजा की जनसंख्या 23 लाख 59 हजार 886 है और यंहा की साक्षरता दर 60.01% है। अगर आप भी पर्यटन का शौक रखते हैं तो एक बार आपको छत्तीसगढ़ जरूर घूमना चाहिए। यंहा का सबसे बड़ा सरगुजा जिला अपने आप में बहुत खास है जो छत्तीसगढ़ को एक अलग ही पहचान दिलाता है।
यंहा की सुंदरता को देखने लोग देश-विदेश से आते हैं। सरगुजा जिला का इतिहास भी बहुत पुराना है और यंहा बहुत से ऐतिहासिक स्थल आज भी हैं जंहा लोग घूमने आते हैं। इसके अलावा सरगुजा में धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल भी हैं यंहा की सभ्यता यंहा के लोगों की पहचान है। हम आपको यंहा के सभी स्थानों व सभ्यता के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जिससे आपको सरगुजा जिले के बारे हर छोटी से बड़ी जानकारी मिल सके।
छत्तीसगढ़ के जिले की खासियत
छत्तीसगढ़ के जिले की खासियत आप को बताने वाले है और छत्तीसगढ़ के जिले प्रमुख भाषा व बोलियां कौन सी है, सरगुजा जिले के धार्मिक स्थल, और सरगुजा जिले के ऐतिहासिक व पुरातात्विक स्थल जाने
सरगुजा जिले की प्रमुख भाषा व बोलियां
सबसे पहले यंहा की भाषा की बात करें तो यंहा की मुख्य भाषा छत्तीसगढ़ी और हिंदी है लेकिन यंहा भारत के दूसरे हिस्से के लोग भी रहते हैं जिसके कारण कई अन्य भाषाएं बोली जाती है। यंहा नागपुरी और बंगाली भाषा भी बहुत अधिक बोली जाती है इसके अलावा यंहा कई अलग-अलग बोलियां भी है जैसे सरगुजिया, कुड़ुख आदि। कुड़ुख मूलतः उरांव जनजाति द्वारा बोली जाने वाली बोली है।
सरगुजा जिले के धार्मिक स्थल
आपको यंहा की प्रमुख धार्मिक स्थलों के बारे में बताते हैं जंहा दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं।
- देवगढ़ – प्राचीन समय में ऋषि यमदग्नि यंहा पर साधना करते थे, यंहा बेहद प्राचीन अर्धनारीश्वर शिवलिंग है।
- बिलद्वार गुफा- यंहा हिन्दू देवी-देवताओं की अनेक प्राचीन मूर्तियाँ हैं। महान नदी यंही से निकलती है। इस गुफा अंत महामाया मंदिर के पास होता है।
- पारदेश्वर शिव मंदिर- इस शिव मंदिर में लगभग 21 किलो शुद्ध पारे की एक मात्र अनोखी पारद शिवलिंग स्थापित है।
- तकिया – यंहा मुराद शाह की मजार है ऐसी मान्यता है कि यंहा चादर चढ़ाने वालों की हर मुराद पूरी होती है। यंहा मजार के बगल में हिंदू धर्म की देवी का एक मंदिर भी है।
- महामाया मंदिर – यह सरगुजा जिले सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।
सरगुजा जिले के ऐतिहासिक व पुरातात्विक स्थल
रामगढ़- रामगढ़ को रामगिरि के नाम से भी जाना जाता है ऐसी मान्यता है कि अयोध्या के राजा वनवास के समय लक्ष्मण और सीता के साथ यंहा कुछ समय बिताए थे जिसके निशान आज भी देखने को मिलते हैं।
कंदरी मंदिर- यह एक ऐतिहासिक मंदिर है जो बहुत ही भव्य तरीके से बनाई गई है।
महेशपुर- यंहा भगवान विष्णु-लक्ष्मी, नरसिंह अवतार के साथ कई अन्य दसवीं और 8वीं शताब्दी की प्राचीन मूर्तियां हैं और यंहा प्राचीन शिलालेख भी मौजूद है।
इसके अलावा सरगुजा जिले में लक्ष्मणगढ़, सीता लेखनी, अर्जुनगढ़, दिपादीह और सतमहला जैसे प्राचीन ऐतिहासिक जगह हैं।
छतीसगढ़ के वन अभ्यारण्य
छत्तीसगढ़ में वन अभ्यारण्य कँहा स्थित है यह सवाल अक्सर सामान्य ज्ञान में पूछा जाता है और साथ ही आपको ये जानना भी जरूरी है कि छत्तीसगढ़ में वन अभ्यारण्य की स्थापना कब की गई थी?
वर्ष 1978 में यंहा अलग-अलग जगहों पर दो वन अभ्यारण्य स्थापित किया गया था, छतीसगढ़ के वन अभ्यारण्य का नाम सेमरसोत और तमोर पिंगला अभ्यारण्य है। जंहा शेर, तेंदुआ, चीता, सियार, बंदर, खरगोश, लोमड़ी और अन्य बहुत से जंगली जीव मिलते हैं।
छत्तीसगढ़ व सरगुजा जिले की सभ्यता
दोस्तों हर जगह की अपनी एक सभ्यता होती है, एक अलग पहचान होती है जो वँहा के सामाजिक रीति-रिवाजों से विकसित होती है। सरगुजा जिले की सबसे खास बात वँहा की लोकनृत्य है
सरगुजा की सभ्यता में वँहा की लोकनृत्य बहुत मशहूर है, सरगुजा के लोकनृत्य का नाम खिसरा है जो पूरे छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में पर्यटन स्थल
चेंद्रा वॉटरफॉल- दोस्तों चेंद्रा वाटरफॉल एक बेहद लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है यंहा लोग गर्मियों की छुट्टी में झरने का आनंद लेने आते हैं नए साल पर यंहा पर्यटकों की भारी संख्या में भीड़ इकट्ठी जाती है।
सीताबेंगरा गुफा- सीताबेंगर गुफा प्राचीन जगह होने के साथ ही एक पर्यटन स्थल भी है। सीताबेंगरा की खास बात ये है कि भगवान राम लक्ष्मण और सीता के साथ इस स्थान पर भी पहुंचे थे। एक नाट्यशाला होने के कारण यह काफी प्रसिद्ध जगह है।
ठिनठिनी पत्थर- ठिनठिनी पत्थर दरिमा हवाई अड्डे के पास स्थित है। इस जगह को ठिनठिनी पत्थर इसलिए कहते हैं क्योकि यंहा के पत्थरों पर किसी चीज से ठोकने पर तरह – तरह की आवाज आती है। यह अपने आप में बेहद रोचक और हैरान कर देने वाला है। यंहा पत्थरों का बड़ा समूह है जिसे ठोकने पर अलग – अलग धातुओं की आवाज़ आती है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े जिला के बारे मे व छत्तीसगढ़ से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में में संपूर्ण जानकारी दी है। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। ऐसी ही और भी ढेर सारी जानकारियां के लिए बने रहिए हिंदी टॉप के साथ।
छत्तीसगढ़ से सम्बंधित प्रश्न उत्तर
जो प्रश्न सब से जादा एग्जाम में किए जाते है उनके उतर
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला कौन सा है
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला सरगुजा है
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर कौन सा है
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर रायपुर है
सरगुजा जिले की जनसंख्या कितनी है
सरगुजा जिले की जनसंख्या 23 लाख 59 हजार 886 है
सरगुजा जिले की क्षेत्रफल कितनी है
सरगुजा जिले की क्षेत्रफल 39,114 वर्ग किलामीटर है
छत्तीसगढ़ का वन अभ्यारण्य कँहा स्थित है
छत्तीसगढ़ का वन अभ्यारण्य सेमरसोत और तोमर पिंगला है
रायपुर की जनसंख्या कितनी है
रायपुर की जनसंख्या 40 लाख 62 हज़ार 160 है
रायपुर का क्षेत्रफल कितना है
रायपुर का क्षेत्रफल 226 km² है