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बल्ब का अविष्कार किसने किया | Bulb ka Avishkar kisne kiya

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बल्ब का अविष्कार हमारे जीवन में वरदान से कम नहीं है। 18 वि सदी तक लोगों के पास रौशनी सिर्फ दिया जलाकर हुआ करती थी, घर घर में सिर्फ दिया जलाकर सारा काम होता थ। उसके बाद 19 वि सदी में लालटेन का इस्तेमाल हुआ जाता था । लेकिन इस दौर में LED बल्ब्स आ गए है ,जहाँ छोटे से बल्ब से पुरे घर में रौशनी आ जाती है। बल्ब के अविष्कार से और भी नए टेक्नोलॉजीज का जन्म हुआ। तो हम बात करने वाले है कि Bulb ka Avishkar kisne kiya.

बल्ब क्या होता है

बल्ब एक ऐसा छोटा यन्त्र है ,जिसमे अगर बिजली का नियंत्रण हो तो आपको रौशनी प्रदान होगी। और बल्ब आज कल सभी घरो मे पाया जाता है

लाइट बल्ब का इतिहास क्या है ?

थॉमस अल्वा एडिसन से पहले साल 1809 में हम्फ्री डेवी नामक वैज्ञानिक ने इलेक्ट्रिक लाइट का अविष्कार किया था , हेम्परी ने बिजली का प्रयोग करके बैटरी को तैयार किया , इसमें उन्होंने कार्बन को तार से जोड़ा जिससे बैटरी के जरिये लाइट प्रकाशित होने लगी, लेकिन इस प्रयोग में रौशनी काफी कम देर तक टिक पा रही थी।। उन्होंने अपने अविष्कार को इलेक्ट्रिक आर्च लैंप का नाम रखा।

इसके बाद साल 1840 में , वैज्ञानिक वारेन डे रु ला प्रयोग में प्लैटिनम फिलामेंट को वैक्यूम टब के अंदर लगाकर बल्ब बनाया ,लेकिन यह प्रयोग काफी मेहेंगी पड़ी। बाद में कई वैज्ञानिक कई प्रयास के बाद भी असफल रहे।

साल 1875 में ,हेनरी वुडबॉय और मैथ्यू एवंस नामक वैज्ञानिको ने वैज्ञानिक वारेन दे रु के प्रयोग से प्रेरित होकर अपनी लाइट बल्ब बनाई। इस अविष्कार को इन्होने पेटेंट नहीं करवाई।

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बाद में साल 1879 में ,जोसफ विल्सन स्वान नामक वैज्ञानिक ने सबों और प्लैटिनम द्वारा कांच का बल्ब बनाया , इस प्रयोग में भी वे सफल नहीं हुए।

साल 1880 में थॉमस एडिसन ने सारे प्रयोग से प्रेरित होकर लाइट बल्ब कार्बन बांस फिलामेंट से प्रकाशित बल्ब बनाया।

साल 1913 में, neon लाइट का आविष्कार हुआ, इस लाइट का प्रयोग उन्होंने ऐक्रेलिक गैस का प्रयोग द्वारा लाइट किया।

साल 1976 में कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट का अविष्कार एडवर्ड हैमर ने किया।

साल 1997में , पहली LED लाइट का निर्माण हुआ , इसे तीन वैज्ञानिक हिरोशी अमनो , शुजी नाकामुरा और इसामू अकासाकी द्वारा बनाया गया था

बल्ब का अविष्कार किसने किया | Bulb ka Avishkar kisne kiya

लाइट बल्ब का आविष्कार साल 1878 में थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था। एडिसन एक अमेरिकन वैज्ञानिक है जिन्होंने सिर्फ बल्ब का अविष्कार नहीं किया , और भी कई सारे उपकरणों की खोज की जैसे – एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी , कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर ,मोशन पिक्चर कैमरा ,ग्रामोफ़ोन जैसे यंत्रों का अविष्कार किया।

इन सारे यंत्रों का एडिसन जी के नाम पर पेटेंट बुक है। एडिसन ने विश्व का पहला लाइट बल्ब का पेटेंट अपने नाम कराया , इस अनोखे अविष्कार को उनको लगभग डेढ़ साल लग गए। काफी वैज्ञानिको ने एडिसन से पहले ही इस विषय पर काफी रिसर्च और प्रयोग किया था , यही कारण से एडिसन को काफी मदद मिली।

पेटेंट अपने नाम करते वक़्त उन्होंने उस पेटेंट का नाम “इम्प्रूवमेंट इन इलेक्ट्रिक लाइट्स ” के नाम से 14 अक्टूबर 1878 में करवाया। डेढ़ साल के इस रिसर्च पर कई धातुओं का उपयोग किया जैसे कार्बन, प्लैटिनम का इस्तेमाल किया ,लेकिन प्लैटिनम धातु के उपयोग से बल्ब की रौशनी 12 घंटे तक तो सिमित थी , लेकिन प्लैटिनम बल्ब का प्रयोग काफी मेहेंगी पड़ी , फिर उनके कई प्रयोग से उन्हें कार्बन फिलामेंट के धातु के इस्तेमाल से उनका प्रयोग सफल रहा।

थॉमस एडिसन का जीवन दर्शन

थॉमस एडिसन का जनम फेब्रुअरी 11, साल 1847 में अमेरिका के मिलान शहर में हुआ। एडिसन 4 वर्ष की उम्र तक बोलना सिख नहीं पाए और उनके आगे के सर का आकर काफी चौड़ा था। जब वह स्कूलिंग कर रहे थे , तब कमजोर दिमाग होने के कारण उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। इसके बाद उनकी माता ने सिर्फ 11 वर्ष से ही घर पर ही पढ़ाया। सबसे पहला काम उन्होंने टेलीग्राफ ऑपरेटर के तौर पर किया ,

यही से उन्हें दूरसंचार के क्षेत्र में काफी निर्माण करने की प्रेरणा मिली। एडिसन जैसे बड़े होते गए , विज्ञानं क्षेत्र में उन्हें काफी तेजस्बी आने लगी। कुछ सालों बाद कई अविष्कारों से उन्होंने अपने प्रयोग से लोगो को अचंबित कर दिया।

एडिसन जी एक विश्व के ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्होंने 65 वर्ष तक लगातार किसी न किसी अविष्कार का पेटेंट अपने नाम किया। उनका सबसे पहला अविष्कार यन्त्र था यूनिवर्सल स्टॉक प्रिंटर था जो काफी पॉपुलर हुआ।

साल 1876 में , उन्होंने मानलो शहर में अपनी पहली अगयोगिक प्रयोगशाला बनाई। इस प्रयोगशाला को उन्होंने अपने बनाई हुई बल्ब से चारो और प्रकाशित किया। साल 1896 में 23 अप्रैल को मोशन पिक्चर का अध्ययन पिक्चर प्रोजेक्टर के द्वारा चलाया। कुछ वर्षों बाद एडिसन जर्सी चले गए और वहां उन्होंने बड़े पैमाने के उत्पादन तैयार करने के लिए एडिसन ने फैक्टरियां चारो और बनवाई।

इनकी जमीन लगभग 25 एकर ज़मीन तक फैली हुई थी जो लगभग 8000 से 10000 लोगो को रोज़गार प्रदान करती थी। इसी प्रकार अपने योगदान से एडिसन ने वैज्ञानिक क्षेत्र में काई नाम कमाई और एडिसन के कई योगदान ने 18 वि सदी को प्रकाशित कर दिया। थॉमस एडिसन ही नहीं , इनके अलावा जितने वैज्ञानिक ने बल्ब के अविष्कार में योगदान दिए , सबके योगदान ने हमारे जीवन को काफी सरल बना दिया।

आप ने क्या सिखा ( Bulb ka Avishkar kisne kiya )

हमें आशा है आपको हमारी दी गई जानकारी काफी लाभदायक हुई हो। हमने आप को इस आर्हटिकल मे बताया की Bulb ka Avishkar kisne kiya हमारे आर्टिकल से अंत तक जुड़ने के लिए धन्यवाद्। और आप को प्रश्न हो तो आप हम से कमेन्ट मे क्र सकते है


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sona arumugam

मेरा नाम सोना अरुमुगम है , पेशे से इंजीनियर👩‍💻 दिल से लेखक हुँ।❤✍ मेरे ब्लॉग सिर्फ शब्द नहीं हैं वो मेरे विचार हैं📖💫 मैं सुरत शहर से ताल्लुक रखती हूं ।

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