TechnologyTutorial

ब्लूटूथ क्या है ( Bluetooth kya hai ) और कैसे काम करता है

Share Now

नमस्ते दोस्तों, हमारे Hindi Top वेबसाइट पर आप सभी का स्वागत है। कैसे है आप सब ? हमें आशा है आप और आपका परिवार जन सब स्वस्थ्य और खैरियत में होंगे। आज हमारे पोस्ट में हम फिर से आपके लिए नए आर्टिकल लाए है और आज हम आपको आधुनिक काल में उपयोग होने वाली एक छोटी और नायाब यन्त्र के बारे में बताएंगे। आज का टॉपिक जो हम आपको बताएंगे वह है “ब्लूटूथ क्या है” इस विषय में विस्तार से आपको बताएंगे। ब्लूटूथ के बारे में आप सभी तो जानते ही होंगे और अगर आप ब्लूटूथ के बारे में नहीं जानते तो इस पोस्ट में जान पाएंगे की ब्लूटूथ क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाए।

ब्लूटूथ क्या है | Bluetooth Kya Hai

ब्लूटूथ एक शॉर्ट रेंज वायरलेस कम्युनिकेशन का माध्यम है जिसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है। इन उपकरणों जैसे टेलीविज़न, मोबाइल फ़ोन, कम्प्यूटर्स, लैपटॉप्स में ब्लूटूथ के माध्यम से एक सिमित क्षेत्र तक फाइल, डाटा, क्लिप्स, डाक्यूमेंट्स को आपस में ट्रांसफर किया जाता है। ब्लूटूथ तकनीक इतनी विक्सित हुई कुछ ही सालों में इसका उपयोग कार, प्रिंटर , वेब सीएएम, जीपीएस, कीबोर्ड, माउस जैसे उपकरणों में भी किया जाने लगा है।

ब्लूटूथ के टेक्नोलॉजी के आने से पहले दो उपकरण के बीच डाटा ट्रांसफर केबल्स को जोड़कर किया जाता था। लेकिन केबल को आप अन्य जगहों पर जाते वक़्त साथ लेकर नहीं जा सकते। इसलिए केबल्स की जगह ब्लूटूथ ने ले ली जिसे हमे वायरलेस कनेक्शन कहते है यानि बिना केबल्स के डाटा ट्रांसफर करना। वाईफाई राऊटर की तरह ही ब्लूटूथ में भी एक ही प्रकार की फ्रीक्वेंसी का प्रयोग किया गया है और यह फ्रीक्वेंसी रेंज 2.4 ग़ज़ के आसपास की होती है ।

ब्लूटूथ कैसे काम करता है

ब्लूटूथ साल 1994 में विक्सित हो चूका था लेकिन मार्किट में काफी प्रयोगो के बाद उतारा गया था। इसे केबल की जगह उपयोग में लाने के उद्देश्य से बनाया गया था। ब्लूटूथ में हम 10 मीटर के अंतर्गत और 30 फुट रेडियस के अंदर ही उपयोग कर सकते है जिसे हम PAN (पर्सनल एरिया नेटवर्क) भी कहते है। इसके अलावा पिकोनेट भी कहा जाता है जो लगभग 8 से 10 डिवाइसेस से जुड़ सकता है। ब्लूटूथ का उपयोग साल 2005 से 2015 तक काफी किया जाता था, लेकिन इसमें डाटा ट्रांसफर करने में काफी समय बर्बाद होता था। अभी वर्तमान काल में ब्लूटूथ की जगह वाईफाई ने ले ली है जिसमे आपका फ़ैल ट्रांसफर काफी तेजी से कर सकते है।

ब्लूटूथ का इतिहास क्या है

साल 1994 में स्वीडिश कंपनी एरिकसन के कुछ वैज्ञानिको द्वारा बनाया गया था। डेनमार्क के राजा हेराल्ड ब्लूटूथ से प्रेरित यह नाम रखा गया था। साल 1998 तक स्वीडिश की सारी कंपनियों ने अपने बेहतर संचार के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल करना चालू कर दिया था। ब्लूटूथ का लोगो, स्पेसिफिकेशन्स, टेस्टिंग और जांच के लिए ब्लूटूथ स्पेशल इंटरेस्ट ग्रुप बनवाया गया इसका सञ्चालन करने के लिए। इस ग्रुप में 17000 से भी ज्यादा कंपनियां शामिल है जो इस ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी में विशेषताए लाने के लिए बनवाया गया है।

ब्लूटूथ के फीचर्स क्या है

  • सिंपल टेक्नोलॉजी – यह काफी आसान और सरल तरह से हम उपयोग कर सकते है और लेस्स कॉम्प्लिकेटेड है।
  • कम पॉवर यूसेज – इसमें पॉवर का इस्तेमाल काफी कम होता है और यही इस ब्लूटूथ का प्लस पॉइंट है।
  • काम खर्चा – इसमें दूसरे वायरलेस नेटवर्क्स से काफी कम पैसे लगते है।
  • डाटा रेट – ब्लूटूथ का डाटा रेट लगभग १ Mbps यानी डाटा रेट की गति काफी अच्छी होती है।
  • स्प्रेड फ्रीक्वेंसी – ब्लूटूथ FHSS यानी इसमें टेक्नोलॉजी फ्रीक्वेंसी होपिंग स्प्रेड स्पेक्ट्रम पर आधारित होता है।
  • रोबस्ट – यह टेक्नोलॉजी कही भी और कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • डिस्टेंस – इसमें एक सिमित दुरी तक नेटवर्क को कनेक्ट किया जाता है यानी 10 से 15 मीटर के बीच किया जा सकता है।

ब्लूटूथ के कितने वरशंस है

ब्लूटूथ में समय के अनुसार सुधार होते गए और उसकी गति तेज़ होती गई। नीचे ब्लूटूथ के वरशंस के साथ इसकी गति का भी वर्णन किया गया है।

ब्लूटूथ वर्शनस्पीड गतिमार्किट में आया
V1.2720 केबीपीएस1999
V2.02.1 एमबीपीएस2004
V3.024 एमबीपीएस2008
V4.024 एमबीपीएस
V4.124 एमबीपीएस
V548 एमबीपीएस

ब्लूटूथ कितना सुरक्षित होता है

ब्लूटूथ के सिक्योरिटी को सावधान तौर पर आरक्षित किया गया है। यह वायरलेस टेक्नोलॉजी है जिसे ब्लूटूथ एन्क्रिप्टेड होता है जिसके कारण दूसरे उपकरणों से कनेक्ट करने से बचता है। आसपास के एनाब्लस ब्लूटूथ डिवाइसेस से कासुअल ईवेस्ड्रोप्पिंग को रोकने के लिए कनेक्शन एन्क्रिप्ट किया गया है। इसलिए ब्लूटूथ का उपयोग काफी सेफ है और इसमें डाटा ट्रांसफर को हैक नहीं किया जा सकता।

ब्लूटूथ से जुड़े कुछ FAQs ?

ब्लूटूथ क्या है इस से जुड़े कुछ प्रश्न और उसके उत्तर आप को निचे दिए हुए है

वाईफाई और ब्लूटूथ में क्या अंतर है

ब्लूटूथ का उपयोग दो उपकरणों के बीच डाटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है और दूसरी और वाईफाई का उपयोग इंटरनेट को उपकरणों में उजागर करने के लिए किया जाता है।

ब्लूटूथ वास्तव में क्या काम करता है

केबल कनेक्शन से विपरीत वायरलेस कनेक्शन को तकनिकी तौर पर ब्लूटूथ अडाप्टर के जरिये दो उपकरणों को जोड़ने के लिए किया जाता है। और जोड़ने का तात्पर्य है डाटा ट्रांसफर करना होता है।

क्या ब्लूटूथ के उपयोग से पैसे खर्च होते है

जी नहीं ब्लूटूथ के उपयोग में आपको कोई डाटा खरीदने की जरुरत नहीं क्यूंकि इसमें कम दुरी वाली रेडियो तरंगो का इस्तेमाल किया जाता है और इसमें इंटरनेट का कोई इस्तेमाल नहीं होता। ब्लूटूथ से डिवाइसेस को कनेक्ट करते समय आपका सेलुलर डाटा किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होता। इसलिए ब्लूटूथ कनेक्शन में किसी भी तरह का डाटा योजना , सेलुलर कनेक्शन की आवश्यक नहीं पड़ता।

निष्कर्ष

हमारे इस आर्टिकल ब्लूटूथ क्या है में हमारे साथ अंत तक रहने के लिए धन्यवाद्। हमें आशा है आपको हमारी पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई होगी। हमारे इस आर्टिकल पर आप लाइक , कमेंट और शेयर जरूर करिये, इससे हमें और नए नए पोस्ट्स को बेहतरीन तरह से आप पास लाने की प्रेरणा मिलती रहेगी। इसी तरह हमारे हिंदी वेबसाइट पर आपके लिए हम नए और तेजस्ब आर्टिकल्स के साथ फिर से हाज़िर होंगे। आपका धन्यवाद्।


Share Now

sona arumugam

मेरा नाम सोना अरुमुगम है , पेशे से इंजीनियर👩‍💻 दिल से लेखक हुँ।❤✍ मेरे ब्लॉग सिर्फ शब्द नहीं हैं वो मेरे विचार हैं📖💫 मैं सुरत शहर से ताल्लुक रखती हूं ।

Related Articles

Leave a Reply