बिहार दिवस कब मनाया जाता है | Bihar Diwas kab Manaya Jata hai

हमारा आज का आर्टिकल बिहार दिवस के संदर्भ में है, बिहार दिवस कब मनाया जाता है ( Bihar Diwas kab Manaya Jata hai ), यह कब अस्तित्व में आया, यह कब से मनाया जाने लगा और भी बहुत सी बातें जो आपको बिहार के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से पता चलेंगी।
बिहार दिवस कब से अस्तित्व में आया
बिहार दिवस वार्षिक रुप से 22 मार्च के दिन मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन बिहार राज्य का गठन हुआ था, यह राज्य सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है।
सन् 1756 में बिहार मुगलों के अधीन हुआ करता था, जिसके बाद बक्सर के युद्ध में अंग्रेजों ने मुगलों पर जीत हासिल की। फलस्वरूप अंग्रजों ने बिहार को बंगाल से प्रथक कर दिया और एक अलग राज्य बना दिया इससे पहले बिहार बंगाल का ही हिस्सा हुआ करता था, तभी से बिहार दिवस अस्तित्व में आया। इसके उपरांत वर्ष 1936 में 1 अप्रैल को बिहार से उड़ीसा को अलग करके एक अलग राज्य बनाया गया और आखिर में वर्ष 2000, 15 नवम्बर को बिहार का दक्षिणी भाग अलग करके झारखंड राज्य का गठन किया गया।
बिहार का इतिहास हिंदी में
बिहार गंगा नदी किनारे बसा हुआ है, यह भारत के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है। बिहार पुरातन समय में मगध के नाम से जानी जाती था जिसकी राजधानी पाटलिपुत्र (पटना) हुआ करती थी जो की आज भी पटना ही है। कहा जाता है की यहां की भूमि उपजाऊ होने के कारण आदिकाल के मानवों ने सर्वप्रथम यहीं पर खेती की थी। बिहार की मिट्टी ने गौतम बुद्ध, आचार्य चाणक्य जिनकी नीति पर आज भी कई राजनेता चलते हैं, चक्रवर्ती सम्राट अशोक, सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, आर्यभट्ट, ऋषि वात्स्यायन, गुरु गोबिंद सिंह और डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जो की भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे जैसे महापुरुषों और वीर सपूतों को दुनियां को दिया है। माता सीता का जन्म भी यही का माना जाता है। विश्व का पहला विश्वविद्यालय भी बिहार में ही स्थित जो की नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। इन्हीं बात से यह पता चलता है की बिहार का इतिहास कितना गौरवशाली है।
- बिहार इतिहास का वह पहला राज्य है, जिसने गणतंत्र पद्धति की शुरुआत की थी, इस पद्धति में जनता द्वारा किसी भी देश या राज्य का प्रतिनिधि चुना जाता है।
- दुनियां का सबसे प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय बिहार में ही स्थित है, जहां विश्व के अलग-अलग प्रांत से छात्र शिक्षा प्राप्त करने आते थे।
- प्रथम सिपाही आंदोलन, बक्सर का युद्ध और भारत छोड़ो आंदोलन में बिहार राज्य ने अहम भूमिका निभाई है।
- इस वर्ष 22 मार्च 2022 में बिहार अपना 110वां वर्ष मनाएगा।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने बिहार राज्य के गठन के बारे में जाना, बिहार दिवस कब मनाया जाता है ( Bihar Diwas kab Manaya Jata hai ), बिहार के इतिहास और उसकी विशेषताओं के बारे में भी हमने आज जाना। उम्मीद है की यह आर्टिकल आपके लिए काफी मदद करेगा और निचे कुछ प्रश्न दिए हुए है तो जिसके उत्तर उसमे आप को मिल जायेगे
बिहार दिवस कब पड़ रहा है
बिहार दिवस इस वर्ष 22 मार्च को पड़ रहा है |
22 मार्च को क्या मनाया जाता है
22 मार्च को बिहार दिवस के रूप में मनाया जाता है |