बैंक मैनेजर कैसे बने | Bank Manager kaise Bane

इस अर्टिकल में हम आपको बैंक मैनेजर कैसे बने ( Bank Manager kaise Bane ) यह बताने वाले हैं। बैंक मैनेजर एक श्रेष्ठ जॉब होती है। बैंक मैनेजर बनने के बाद काफी अच्छा वेतन भी दिया जाता है। इसलिए लोगों को बैंक मे नौकरी करने में काफी रुचि बढ रही है।
यदि आप बैंक मैनेजर की श्रेष्ठ जॉब पाना चाहते हैं तो आपको उसके अनुसार परिश्रम भी करना होगा। चूँकि बैंक मैनेजर की जॉब मिलना बहुत कठिन है। इस आर्टिकल के जरिये हम आपको उचित नेतृत्व करने का प्रयत्न करेगें।
बैंक मैनेजर क्या है
बैंक मैनेजर एक विशिष्ट बैंकिंग स्थान का प्रभारी वित्तीय पेशेवर होता है। बैंकों के पास अक्सर कई स्थान या साइटें होती हैं जिन्हें शाखाएं कहा जाता है। एक बैंक मैनेजर एक स्थान की दैनिक कार्यों की देखरेख करता है। शाखा में वो बैंकिंग टीम की निगरानी करता हैं और दैनिक कार्यों का प्रबंधन करता है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए बेसिक रिक्वायरमेंटस:-
- बैंक मैनेजर बनने के लिए कैंडिडेट का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको किसी विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री लेनी होगी।
- बैंक मैनेजर बनने के लिए फाइनेन्स और एकाउंटिंग में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको स्नातक डिग्री में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक अनिवार्य है।
- बैंक मैनेजर बनने के लिए फिजिकल फिटनेस भी जरूरी है।
- बैंक मैनेजर पद (बैंक पीओ) के लिए कम से कम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए और 30 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- Private banks में मैनेजर बनने के लिए कैंडिडेट को पीओ प्रोग्राम से जुड़ना अनिवार्य होता है। जिसमें कि 21 से 30 वर्ष तक के ग्रेजुएट अभ्यर्थी 55 प्रतिशत अंकों के साथ इसके लिए योग्य बन सकते हैं। हालांकि, SC/ST और OBC के कैंडिडेट को 5 और 3 वर्ष तक की विशेष छूट दी जाती है।
- बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको बेसिक कंप्यूटर नॉलेज होनी चाहिए और टैली ओपरेट करना आना चाहिए।
- बैंकिंग लाइन में कार्य अनुभव आपको एक अतिरिक्त लाभ और वैकल्पिक देगा।
सरकारी बैंक में नौकरी का तरीका
अगर आप गवर्नमेंट बैंक में प्रबंधक बनना चाहते हैं तो आपको इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पेरसोंनेल सेलेक्शन (IBPS) के एग्जाम को क्वालीफाइ करना अनिवार्य है। परीक्षा को क्वालीफाइ करने के बाद आप सरकारी बैंक में जॉब पा सकते हैं। हालांकि बैंक अपने एकॉर्डिंग से परीक्षा को तैयार करता है।
प्राइवेट बैंक में नौकरी का तरीका
यदि आप प्राइवेट बैंक के लिए apply करना चाहते हैं तो आपको पीओ प्रोग्राम से जुड़ना होगा (Probationary Officer)। इस पीओ प्रोग्राम की समाप्ति के बाद कैंडिडेट को अलग- अलग बैंकस के लिए सेलेक्ट किया जाता है।
बैंक मैनेजर एग्जाम पैटर्न
आमतौर पर सरकारी बैंक में कैंडिडेट के चुनाव के लिए तीन चरण होते हैं। पहली दो चरणों में लिखित परीक्षा होती है और आखिर में इंटरव्यू चरण होता है। कैंडिडेट का चुनाव फाइनल मेरिट लिस्ट और इंटरव्यू में मार्क्स के आधार पर किया जाता है।
बैंक मैनेजर की परीक्षा तीन चरणों में होती है:-
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary)
- मुख्य परीक्षा (Mains)
- इंटरव्यू (Interview)
प्रारंभिक परीक्षा ( Preliminary Examination )
यह परीक्षा का पहला चरण होता है। इसमें कैंडिडेट से जनरल नॉलेज करेंट अफेयर्स, जनरल इंग्लिश, मैथ्स, लॉजिकल रीजनिंग से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। यह लिखित परीक्षा होती है। अगर कैंडिडेट इस परीक्षा को क्वालीफाइ करता है, तो वह मुख्य परीक्षा देने के योग्य हो जाता है।
मुख्य परीक्षा ( Mains Exam )
मुख्य परीक्षा में कैंडिडेट से तीन विभिन्न श्रेणियों से जुड़े प्रश्न किये जाते हैं। मुख्य परीक्षा 100 मार्क्स की होती है। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होती है। इसमें क्वांटिटेटिव ट्रैंड से 35 सवाल आते हैं, लॉजिकल रीजनिंग से 35 सवाल आते हैं और एंग्लिश भाषा से 30 सवाल दिये जाते हैं।
इंटरव्यू ( Interview )
पहली दो चरणों की परीक्षा क्वालीफाइ करने के बाद कैंडिडेट को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता है। इंटरव्यू क्वालीफाइ करने के लिए कैंडिडेट को जनरल नॉलेज, लॉजिकल रीजनिंग पर फोकस करने की ज़रूरत है। इंटरव्यू में कैंडिडेट से पॉलिटिक्स, सोशल, इंडियन इकॉनोमी, मार्केट, अग्रीकल्चर, फाइनेंस, अवार्ड्स, कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया, मीडिया, स्पोर्टस, रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और बैंकिंग से जुड़े एवेंटस के बारे में जुड़े सवाल किये जाते हैं।
ग्रुप डिस्कशन (GD)
उपरोक्त दिये गए तीन चरणों के बाद आखिर में चौथा चरण होता है। इस चरण में ग्रुप डिस्कशन कराया जाता है जिसमें कैंडिडेट को एक विषय दिया जाता है, जिसपर उनको अपने विचार रखने होते हैं। ग्रुप डिस्कशन के जरिये आपकी योग्यता को परखा जाता है जिसके बाद कैंडिडेट को बैंक मैनेजर के पद के लिए सेलेक्ट किया जाता है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए कुछ स्किल्स होना अनिवार्य है:-
- लीडरशिप स्किल
- प्रॉब्लम सोल्विंग
- एडमिनिस्ट्रेशन
- न्युमेरेसी
- जन प्रबंधन
- ग्राहक सेवा
- पारस्परिक कौशल
बैंक मैनेजर के दायित्व
- बैंक कार्य रणनीतियों और वैकल्पिक रसद में सुधार और विकास करना।
- उन्हें आकर्षक उत्पाद और सेवाएं प्रदान करके ग्राहक सेवा में सुधार करना।
- बैंकिंग परिचालन से संबंधित डेटाबेस में रचनात्मक और तार्किक बनाना।
- ग्राहक को आमने-सामने संभालें और उनकी शिकायतों का समाधान करना।
- नए कर्मचारियों की भर्ती करना और उन्हें बैंक के काम के लिए प्रशिक्षित करना।
- व्यवसाय, स्थानीय समुदाय और ग्राहक के साथ अच्छे संबंध बनाना।
- वार्षिक व्यय और संचालन बजट की चैट तैयार करना।
भारत में सरकारी बैंकों की सूची
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- बैंक ऑफ इंडिया
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- केनरा बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- इंडियन बैंक
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- पंजाब एंड सिंध बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- यूको बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक
भारत के निजी बैंकों की सूची
- ऐक्सिस बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
- इंडसइंड बैंक
- आरबीएल बैंक
- यस बैंक
- सिटी बैंक
- एचएसबीसी
- कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड
- फेडरल बैंक
बैंक मैनेजर का वेतन
एक बैंक मैनेजर जिसके पास अच्छा नेतृत्व और संचार कौशल है वह हर साल 7 लाख रुपए तक कमा सकता है। हालांकि जिनके पास 5 वर्ष से अधिक का अनुभव है, उन्हें प्रति वर्ष औसतन 9-10 लाख रुपये का वेतन मिलता है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए आप किसी भी अच्छे इंस्टीट्यूट से कोचिंग कर सकते हैं। आप सेल्फ स्टडी करके भी इस एग्जाम को क्वालीफाइ कर सकते हैं। आपको उचित नेतृत्व के लिए किसी अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग जरूर करनी चाहिए।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया बैंक मैनेजर कैसे बने ( Bank Manager kaise Bane ) । यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। यदि आपके मन में किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करके हमें जरूर बताएं।